लोगों ने CNG गाड़ियां इसलिए ख़रीदी थी ताकि उन्हें सस्ता सफ़र का आनंद मिल सके और बढ़ते पेट्रोल डीज़ल की क़ीमतों की तुलना में ज़्यादा राहत मिल सके और वह अपने गाड़ियों से सवारी कर सके लेकिन सरकार के द्वारा बढ़ाएं गए CNG और PNG के दाम में लोगों के ऊपर फिर से पानी फेर दिया है.
आम लोगों को महंगाई का तगड़ा झटका लगा है। CNG की कीमतों में एक बार फिर से बढ़ोत्तरी कर दी गई है। वहीं घरेलू पाइप गैस PNG की कीमतों में भी इजाफा किया गया है।
सीएनजी और पीएनजी में यह बढ़ोत्तरी मुंबई में की गई है। सरकारी नियंत्रण वाली गैस आपूर्तिकर्ता महानगर गैस लिमिटेड (MGL) ने शुक्रवार को सीएनजी एवं रसोई गैस (PNG) की कीमतों में वृद्धि कर दी।
महानगर गैस ने CNG में 3.50 रुपए प्रति किलो की बढ़ोत्तरी की है। इस प्रकार CNG की कीमत महंगी होकर 89.50 रुपए प्रति किलो हो गई है। वहीं घरेलू PNG 1.50 रुपए महंगी होकर 54 रुपए प्रति घन मीटर हो गई है। नई दरें आधी रात से प्रभावी हो जाएंगी।
एक महीने में दूसरी बढ़ोत्तरी
अक्टूबर से एमजीएल का कीमतें बढ़ाने का यह दूसरा मौका है। केंद्र ने अक्टूबर की शुरुआत में घरेलू स्तर पर उत्पादित गैस की कीमत वित्त वर्ष की दूसरी छमाही के लिए 40 प्रतिशत तक बढ़ा दी थी। इसके पहले अप्रैल में भी पहली छमाही के लिए गैस के दाम 110 प्रतिशत बढ़ाए गए थे।
के बढ़े हुए CNG और PNG के दाम के वजह से लोग पहले से लगवाए CNG किट को उतरवाने लगे हैं क्योंकि अब माइलेज और CNG के दाम को मिलाकर देखें तो पेट्रोल डीज़ल के बराबर हो गया है जिससे बाज़ार से लोग अब CNG किट का अतिरिक्त भार देकर अपनी गाड़ियों में नहीं घूमना चाहते हैं.