दिल्ली-आगरा हाईवे (NH-19) के बदरपुर-फरीदाबाद बॉर्डर से रोजाना गुजरने वाले हजारों यात्रियों के लिए एक बड़ी राहत की खबर है। इस मार्ग पर लगने वाले भीषण जाम और लंबी कतारों से जल्द ही मुक्ति मिलने वाली है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) यहाँ टोल वसूली की एक ऐसी अत्याधुनिक प्रणाली लागू करने जा रहा है, जिससे गाड़ियाँ बिना रुके सरपट दौड़ सकेंगी। इस कदम का उद्देश्य बॉर्डर पर यातायात को सुगम बनाना और यात्रियों के समय की बचत करना है।
बिना रुके और बिना स्पीड कम किए खाते से कट जाएगा टोल टैक्स, मल्टी-लेन फ्री फ्लो तकनीक से लैस होगी व्यवस्था
इस नई व्यवस्था के तहत ‘मल्टी-लेन फ्री फ्लो’ (MLFF) तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। यह एक पूरी तरह से इलेक्ट्रॉनिक प्रणाली है, जिसे इस तरह से डिजाइन किया गया है कि वाहनों को टोल चुकाने के लिए अपनी गति धीमी करने या रुकने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी। अक्सर टोल प्लाजा पर कैश लेन या फास्टैग स्कैनिंग में होने वाली देरी के कारण जाम लग जाता है, लेकिन यह नई तकनीक वाहनों के बिना रुके ही टोल वसूलने में सक्षम है, जिससे ट्रैफिक का प्रवाह बना रहेगा।
सड़क के ऊपर बनेगा स्टील का ढांचा, रडार और एएनपीआर कैमरों की मदद से दौड़ते वाहनों की होगी स्कैनिंग
इस हाई-टेक सिस्टम को लागू करने के लिए सड़क के आर-पार ऊपर की तरफ एक ऊंची गैंट्री (स्टील का बड़ा ढांचा) बनाई जाएगी। इस ढांचे पर आरएफआईडी (RFID) सेंसर, ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन (ANPR) कैमरे, लिडार और रडार जैसे अत्याधुनिक उपकरण लगाए जाएंगे। ये उपकरण इतने संवेदनशील और शक्तिशाली होंगे कि सड़क पर दौड़ते वाहनों की नंबर प्लेट और फास्टैग को मिलीसेकंड में रीड कर लेंगे।
100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पर भी काम करेगा सिस्टम, समय के साथ-साथ ईंधन की भी होगी भारी बचत
इस प्रणाली की सबसे बड़ी खासियत इसकी गति और सटीकता है। यह सिस्टम इतना सक्षम होगा कि यदि कोई वाहन 100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से भी गैंट्री के नीचे से गुजरेगा, तो भी चंद सेकेंड में उसका टोल टैक्स अपने आप कट जाएगा। इससे व्यस्त रहने वाले इस मार्ग पर जाम की समस्या का स्थायी समाधान हो सकेगा। लोगों को अब टोल प्लाजा पर कतार में खड़े होकर ईंधन और समय बर्बाद नहीं करना पड़ेगा, जिससे उन्हें एक निर्बाध और सुखद यात्रा का अनुभव मिलेगा।
अगले छह महीने में शुरू हो जाएगी नई टोल व्यवस्था, बिना टैग वाली गाड़ियों को भेजा जाएगा ई-नोटिस
एनएचएआई की सहयोगी संस्था ‘इंडियन हाईवे मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड’ इस प्रोजेक्ट पर तेजी से काम कर रही है और अगले छह माह के भीतर इस नई व्यवस्था को चालू करने का लक्ष्य रखा गया है। प्रशासन ने नियमों के उल्लंघन पर भी सख्ती की तैयारी की है। जिन वाहनों पर फास्टैग नहीं होगा या जिनका टैग ब्लैकलिस्टेड होगा, यह सिस्टम उनकी तुरंत पहचान कर लेगा और ऐसे वाहन मालिकों को ई-नोटिस जारी किए जाएंगे।




