स्कूलों में छुट्टियां पड़ने वाली हैं, और बहुत से परिवार दिल्ली के बाहर घूमने-फिरने की प्लानिंग कर रहे हैं। इसके लिए शॉपिंग का सिलसिला शुरू हो चुका है। नए कपड़े, जूते, चप्पल, चश्मे, और जूलरी की खरीदारी हो रही है। इसी क्रम में कनॉट प्लेस स्थित जनपथ मार्केट में भी ग्राहकों का फुटफॉल बढ़ा है, जिससे दुकानदार काफी उत्साहित हैं।
जनपथ में ग्राहकों की भीड़
जनपथ में ओल्ड मिनी मार्केट असोसिएशन के प्रेजिडेंट विनोद शर्मा ने बताया कि इन दिनों सुबह और शाम में अच्छी संख्या में ग्राहक खरीदारी करने पहुंच रहे हैं। दोपहर में धूप के कारण कम लोग ही घर से निकलते हैं, लेकिन जैसे-जैसे तापमान घटता है, वैसे-वैसे बाजार में भीड़ बढ़ती जाती है। शुक्रवार से रविवार के बीच बाजार में खूब काम निकलता है, जबकि अन्य दिनों में बिजनेस एवरेज रहता है।
किफायती दरों पर एक्सपोर्ट सरप्लस का माल
जनपथ मार्केट में कपड़ों का अच्छा कलेक्शन आया है, जिसमें गर्मियों के हिसाब से सूती कपड़े शामिल हैं। विदेशी सैलानी भी जनपथ मार्केट में दिखते हैं, जहां एक्सपोर्ट सरप्लस का काफी माल किफायती रेट्स में मिल जाता है। शर्ट, शॉर्ट शर्ट, क्रॉप टॉप, टीशर्ट, लॉन्ग ड्रेस, सरारा और शॉर्ट ड्रेस लड़कियों के बीच काफी पसंद किए जा रहे हैं। इसके अलावा, सस्ते और अच्छे चश्मे, बेल्ट, आर्टिफिशियल जूलरी, लेडीज बैग, चप्पल, जूते, डेकोरेशन आइटम और एंटीक पीस की कई दुकानें हैं।
जनपथ की लोकप्रियता
जनपथ में दिल्ली-एनसीआर के ग्राहक ज्यादा आते हैं, खासकर युवा पीढ़ी की यह पहली पसंद है। फिल्मों, टीवी सीरियल्स और वेब सीरीज में एक्टर्स द्वारा पहने जाने वाले कपड़ों की पहली कॉपी जनपथ में मिल जाती है, जहां कम दाम में नौजवानों को अच्छे कपड़े मिल जाते हैं। आर्टिफिशियल जूलरी के सेक्टर में गर्मी के हिसाब से नई रेंज आई है, जिसमें हल्के वजन की खूबसूरत जूलरी शामिल है।
आसान पहुंच और सुविधाएं
कनॉट प्लेस से सटी जनपथ मार्केट पहुंचना आसान है। यहां पास में जनपथ और राजीव चौक मेट्रो स्टेशन हैं, और अगर कोई बस से आना चाहता है तो पालिका केंद्र बस स्टॉप भी करीब है। इस समय दिल्ली-एनसीआर के ग्राहक मार्केट में दिखाई दे रहे हैं। जनपथ में छोटे-बड़े बाजार मिलाकर करीब 300 दुकानदार हैं।
चुनौतियाँ और भविष्य की उम्मीदें
हालांकि, कुछ दुकानदारों का मानना है कि चुनाव के चलते काम धीमा पड़ा है। नकदी का प्रवाह रुक गया है, और जगह-जगह चेकिंग हो रही है। 50 हजार रुपये से ज्यादा कैश लेकर चलने पर पाबंदी के कारण भी कारोबार पर असर पड़ा है। फिर भी, दुकानदार उम्मीद कर रहे हैं कि मौसम में ठंडक आते ही और ज्यादा ग्राहक नजर आने लगेंगे।