अनिल अंबानी ने दिल्ली मेट्रो की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. दरअसल डीएमआरसी को अनिल अंबानी की कंपनी डीएएमईपीएल यानि दिल्ली एयरपोर्ट मेट्रो एक्सप्रेस को करीब 4500 करोड़ रुपये चुकाने हैं.
हालांकि मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन इस रकम को चुकाने के लिए दी गई पहली समयसीमा में विफल रही है. इसके बाद मेट्रो को रकम चुकाने के लिए 31 अक्टूबर का समय दिया है. डीएमआरसी ने साफ किया है कि वो पैसों को जुटाने के लिए सरकार से मदद मांग रही है. इसके साथ ही डीएमआरसी ने हाईकोर्ट में कहा है कि अगर उन्हें तुरंत भुगतान का निर्देश दिया जाता है तो मेट्रो की रोजाना की सेवाओं पर इस सख्ती का असर देखने को मिल सकता है.
क्या है मामला
दरअसल डीएमआरसी को रिलायंस इंफ्रा का सब्सिडियरी को 4500 करोड़ रुपये का भुगतान करना है. इस मामले में कोर्ट का फैसला दिल्ली एयरपोर्ट मेट्रो के पक्ष में आया है. इससे पहले बकाया चुकाने की समयसीमा अक्टूबर के पहले हफ्ते में थी. हालांकि डीएमआरसी ये रकम नहीं चुका सकी. इसके बाद कोर्ट ने बकाया चुकाने के लिए 31 अक्टूबर की समयसीमा तय की है. कोर्ट में अपने जवाब में डीएमआरसी ने कहा कि उसने सरकार से राहत पैकेज की मांग की है जिससे बकाये का भुगतान किया जा सके. डीएमआरसी ने कोर्ट में अपील की कि इस मामले में बकाया चुकाने को लेकर लिया गया कोई भी सख्त फैसला दिल्ली मेट्रो की सेवाओं पर बुरा असर डाल सकता है.
दिल्ली मेट्रो ने अपने जवाब में कहा कि वो पहले ही 2600 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम दे चुका है और डीएमआरसी के हितधारकों से और धन की उम्मीद कर रहा है. जिससे बाकी रकम का भुगतान किया जा सके. डीएमआरसी ने माना कि डीएएमईपीएल को भुगतान किया जाना जरूरी है. हालांकि दिल्ली मेट्रो की चिंताएं भी काफी अहम हैं. कोर्ट ने डीएमआरसी को भुगतान के तरीके पेश करने के लिए 2 सप्ताह का समय दिया है.