टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) अब क्रिकेट (Cricket) के साथ-साथ किसानी (Farming) में भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर छाप छोड़ने की तैयारी में हैं. सब कुछ ठीक रहा तो जल्द ही रांची में उनके खेतों में उगाई गईं सब्जियां (Vegetables) दुबई (Dubai) की थालियों में नजर आएंगी. इसके लिए कई कंपनियों से बातचीत चल रही है. फिलहाल धोनी अपने परिवार के साथ दुबई में ही नये साल की छुट्टी मना रहे हैं.
दरअसल धोनी के खेत की सब्जियों के चर्चे दुबई में खूब हो रही है. यहां तक की कुछ कंपनियों ने माही के खेतों की सब्जियां बेचने के लिए भी हाथ भी बढ़ाया है. अभी इस पर बात चल रही है. सूत्रों के अनुसार जल्द ही इस पर निर्णय ले लिया जाएगा.
धोनी चाह भी रहे हैं कि उनके खेत की सब्जियों को अंतरराष्ट्रीय मार्केट उपलब्ध हों. सूत्रों की माने तो दुबई में जब माही को पता चला कि उनकी सब्जियों के चर्चे यहां तक पहुंच गए हैं, तो उन्होंने वहां अपने कुछ मित्रों से इस संबंध में राय मशविरा किया. इसके बाद वे ऐसे कंपनी की तलाश में लगे हैं, जो उनकी सब्जी की मार्केटिंग वहां कर सके.
रांची में खूब बिक रहीं धोनी की सब्जियां
बता दें कि धोनी के खेतों में उगाई गई सब्जियां जैसे टमाटर, गोभी, मटर, शिमला मिर्च रांची के बाजारों में अपनी पकड़ बना चुकी हैं. जैविक खेती के कारण इन सब्जियों की मांग बढ़ती जा रही है. उधर, उत्पादन बढ़ने के कारण सब्जियों का कुछ हिस्सा दुबई भेजने की तैयारी की जा रही है. सूत्रों के मुताबिक झारखंड कृषि विभाग ने भी उनके खेतों में उगाई सब्जियों को विदेशी बाजार में उतारने का मन बनाया है. राज्य सरकार इसके लिए एक एजेंसी को इसकी जिम्मेदारी देने पर विचार कर रही है.
माही के इस कदम से दूसरे किसानों को भी मिलेगा लाभ
बाजार समिति के लोगों के मुताबिक धोनी की सब्जियों को विदेश भेजने से झारखंड के अन्य किसानों को भी लाभ मिलेगा. अगर धोनी अपनी सब्जी विदेश भेजेंगे, तो अन्य किसान भी इस राह पर आगे बढ़ेंगे. माही के कारण वे भी अपनी सब्जी को विदेशी बाजारों में उतार पाएंगे.