दुबई के क्राउन प्रिंस हज़रत शेख हमदान बिन मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम ने पूरे शहर में कॉन्टैक्टलेस होटल चेक-इन तकनीक लागू करने की घोषणा की है, जिसका उद्देश्य मेहमानों के अनुभव को तेज़, सुरक्षित और अत्याधुनिक बनाना है। इस एक बार होने वाली डिजिटल व बायोमेट्रिक चेक-इन प्रणाली के ज़रिए पर्यटक और व्यावसायिक यात्री होटल में पहुँचे बिना रिसेप्शन डेस्क पर कतार लगाए सीधे अपने कमरे तक जा सकेंगे।
पहल की मुख्य बातें
दुबई डिपार्टमेंट ऑफ इकॉनमी एंड टूरिज़्म (DET) द्वारा विकसित यह सिटीवाइड “वन-टाइम कॉन्टैक्टलेस होटल गेस्ट चेक-इन” सॉल्यूशन अब दुबई के सभी होटलों और हॉलिडे होम्स में इंटीग्रेशन के लिए उपलब्ध करा दिया गया है। यह प्रणाली दुबई को दुनिया का पहला ऐसा गंतव्य बनाने की दिशा में कदम है, जहाँ एक मानकीकृत डिजिटल चेक-इन टेक्नोलॉजी शहर स्तर पर आतिथ्य क्षेत्र में लागू की जा रही है।

मेहमान अपने मोबाइल फ़ोन या वेब प्लेटफ़ॉर्म के ज़रिए एक बार अपने पहचान दस्तावेज़ और बायोमेट्रिक डेटा अपलोड करेंगे; यह जानकारी उनके पहचान पत्र की वैधता अवधि तक भविष्य की यात्राओं के लिए मान्य रहेगी और अगली बार केवल फेस रिकग्निशन जैसे त्वरित सत्यापन से चेक-इन पूरा हो जाएगा। इससे खास तौर पर उन दोबारा आने वाले यात्रियों को सुविधा होगी जो दुबई के कुल वार्षिक आगंतुकों का लगभग चौथाई हिस्सा बनाते हैं।
डिजिटल चेक-इन कैसे काम करेगा
नई तकनीक को इस तरह डिजाइन किया गया है कि होटल और हॉलिडे होम ऑपरेटर इसे अपने मौजूदा मोबाइल ऐप या वेबसाइट में बिना बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर बदलाव के जोड़ सकें। मेहमान बुकिंग के बाद ऑनलाइन पहचान सत्यापन और अन्य औपचारिकताएँ पूरी कर सकेंगे, जिससे होटल पहुँचने पर पारंपरिक पंजीकरण फॉर्म और रिसेप्शन पर लंबी प्रक्रिया की आवश्यकता नहीं रहेगी।
जो होटल और छुट्टियों के घर इस सिस्टम को अपनाएँगे, वहाँ मेहमान सीधे कमरे तक जा पाएँगे, जबकि बैकएंड में सुरक्षा और नियामकीय आवश्यकताओं के अनुरूप सभी डेटा सुरक्षित रूप से सत्यापित और रिकॉर्ड हो चुका होगा। इस समाधान को दुबई एयरपोर्ट के स्मार्ट टनल जैसे पहले से मौजूद स्मार्ट बॉर्डर और यात्रा टेक्नोलॉजी प्रयासों का विस्तार माना जा रहा है, जहाँ पासपोर्ट कंट्रोल का समय कुछ सेकंड तक कम हो चुका है।
दुबई इकोनॉमिक एजेंडा D33 से जुड़ाव
शेख हमदान ने कहा कि यह पहल दुबई इकोनॉमिक एजेंडा D33 के लक्ष्यों के अनुरूप है, जिसका उद्देश्य शहर को दुनिया के अग्रणी व्यापार और पर्यटन केंद्रों में शीर्ष स्थान पर स्थापित करना और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन को तेज़ करना है। स्मार्ट, सीमनलेस और सुरक्षित शहरी अनुभव प्रदान कर दुबई अपने आप को भविष्य की टूरिज़्म और बिजनेस कैपिटल के तौर पर और मज़बूती से पेश करना चाहता है।
DET के महानिदेशक हिलाल सईद अल मारी ने नई प्रणाली को आतिथ्य क्षेत्र के लिए “टर्निंग पॉइंट” बताते हुए कहा कि सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के सहयोग से एक ऐसा मॉडल तैयार किया जा रहा है, जो न केवल मेहमानों को सुविधा देगा बल्कि होटल ऑपरेटरों की ऑपरेशनल एफिशिएंसी भी बढ़ाएगा। यह टेक्नोलॉजी भविष्य में कार रेंटल जैसे अन्य टूरिज़्म टचप्वाइंट्स तक भी विस्तार योग्य है, जिससे पूरे शहर में एकीकृत डिजिटल यात्रा अनुभव का मार्ग खुलेगा।
पर्यटकों और उद्योग पर संभावित असर
दुबई की मेहमाननवाज़ी इंडस्ट्री पहले से ही 800 से अधिक होटल और होटल अपार्टमेंट्स के साथ विश्वस्तरीय सुविधाओं के लिए जानी जाती है, जिसने 2025 के पहले दस महीनों में 1.57 करोड़ से अधिक अंतरराष्ट्रीय रातभर ठहरने वाले पर्यटकों का स्वागत किया है। कॉन्टैक्टलेस चेक-इन जैसी सुविधा से उम्मीद है कि आगमन का समय और कतारें कम होंगी, स्टाफ का दबाव घटेगा और मेहमान सीधे अनुभव-आधारित सेवाओं पर ध्यान दे सकेंगे।





