दुबई में नब्बे डॉक्टरों को कोविड-19 फ्रंटलाइनरों की सूची में जोड़ा गया है, जिन्हें संयुक्त अरब अमीरात में स्वर्ण वीजा दिया गया था। दरअसल यह फैसला अल जलिला चिल्ड्रन स्पेशियलिटी अस्पताल की ओर से किया गया है। इस खबर की सूचना जारी करते हुए अल जलिला चिल्ड्रन स्पेशियलिटी अस्पताल ने रविवार को पुष्टि की कि उनके 90 डॉक्टरों को कोविड-19 महामारी के बीच मरीजों के इलाज के रूप में उनके प्रयासों और समर्पण की सराहना में 10 साल का निवास वीजा दिया गया है।
10 साल का स्थायी रेजिडेंसी वीजा
गौरतलब है कि पिछले साल घोषित किया गया था कि गोल्डन वीज़ा डॉक्टरों, वैज्ञानिकों, इनोवेटर्स, शोधकर्ताओं, निवेशकों और उद्यमियों को 10 साल का स्थायी रेजिडेंसी वीजा दिया जायेगा है, जिन्होंने अपने क्षेत्रों में पहचान बनाई है। इसी कड़ी में इस साल मई में दुबई हेल्थ अथॉरिटी (डीएचए) में 212 एक्सपैट डॉक्टरों को यह वीजे जारी किया गया। बता दे यह वीजा उनके महामहिम शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम, यूएई के उप-राष्ट्रपति और प्रधान मंत्री और दुबई के शासक द्वारा जारी किए गए निर्देश के आधार पर दिया गया।
वहीं इस मामले पर अल जलिला चिल्ड्रन्स हॉस्पिटल के सीईओ डॉ. अब्दुल्ला अल खायत ने कहा “हम अपने डॉक्टरों के काम और उनके लिए सरकार द्वारा उठाएं गए इस कदम की सराहना करते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार का यह कदम न सिर्फ डॉक्टरों को उनके काम के लिए और अधिक प्रेरित करेगा बल्कि साथ ही यह उनके सम्मान को भी बढ़ायेगा। उन्होंने कहा कि “यह उदार इशारा हमें अपने युवा रोगियों और उनके परिवारों को उच्चतम स्तर की गुणवत्ता देखभाल प्रदान करने के लिए अथक परिश्रम करते रहने की प्रेरणा देता है।”
बता दे यूएई का पहला और एकमात्र बाल चिकित्सा अस्पताल, अल जलिला चिल्ड्रन स्पेशियलिटी अस्पताल, 18 साल तक के बच्चों और किशोरों का इलाज करता है। इसका उद्घाटन 1 नवंबर, 2016 को किया गया था। यहां हर तरह के रोगियों की देखभाल के लिए सबसे अधिक स्मार्ट तकनीक का प्रयोग किया जाता हैं।GulfHindi.com