मार्केट में आजकल e-Sim ग्राहकों की तादाद बढ़ गई है। आजकल टेलीकॉम कंपनियां भी कस्टमर्स को फिजिकल के बजाय eSim को इस्तेमाल करने की राय देते नजर आ रहे हैं। हाल ही में Airtel के CEO गोपाल विट्ठल ने भी अपने कस्टमर्स को नार्मल सिम को e-Sim में स्विच करने की सलाह दी है। आज हम आपको बताएंगे कि आपके नार्मल सिम से eSim क्यों बेस्ट है।
बीते कुछ टाइम से टेक्नोलॉजी बहुत ज्यादा आगे निकल गई है। आए दिन हमें फोन के कुछ अपडेट और फीचर के बारे में पता चलता है, पर अब आपके सिम के लिए भी नया अपडेट आया है । e-Sim भी उनमें से एक है, जो कुछ समय मे ही फेमस हो गया है। फिलहाल Airtel के CEO ने अपने कस्टमर्स को मेल भेजकर भी फिजिकल या रैगुलर सिम के बजाए e-sim को यूज करने की बात पर जोर दिया है। लोगों के मन में सवाल यहां उठ रहा है कि आखिर एक बड़ी टेलीकॉम कपंनी के सीईओं अपने ग्राहको को इतना बड़ा कदम उठाने को क्यों कहेंगे। ऐसे में हम सबके लिए यह जानना जरूरी है कि e-Sim के क्या फायदे है, साथ ही ये फिजिकल सिम से किस तरह से बेहतर है। मगर इससे पहले eSim के बारे में जानना बहुत जरूरी है।
क्या हैं e-Sim
बता दें कि e-Sim भी सिम कार्ड की तरह ही होते हैं, लेकिन इनको सिम स्लॉट में डालने के बजाय आपके डिवाइस में ही डाइरेक्ट इंस्टाल किया जाता है। ये एक सॉफ्टवेयर पर काम करते हैं, जो सॉफ्टवेयर आपके फोन का हिस्सा होता है। अब सवाल यह रह जाता है कि यह फिजिकल सिम से कैसे बेहतर हैं तो आइये इसके बारे में आपको बताते हैं।
1. अगर आपका फोन खो जाता है या चोरी हो जाता है तो आसानी से इसे ट्रैक किया जा सकता हैं, क्योंकि चोर फिजिकल सिम की तरह इसे आसानी से फोन से नहीं निकाल सकता है।
2. सिम वर्चुअली काम करते हैं, तो ऐसी कंडीशन में आप हर छोटे बड़े चेंज को बिना किसी समस्या के आसानी से मैनेज कर सकते हैं, इसके लिए आपको अपने फोन से सिम निकलने वाली समस्या से छुटकारा मिल जाता है।
3. अगर बड़ी संख्या में लोग e-Sim की तरफ स्विच करेंगे तो फोन कंपनियां भी अपने डिवाइस में सिम स्लॉट को रिमूव करने पर विचार कर सकती हैं।
4.eSIM टेक्नोलॉजी फिजिकल सिम कार्ड की तुलना में बेहतर सिक्योरिटी देती है, क्योंकि eSIM पर डेटा एन्क्रिप्टेड होता है।
5.eSIM को फिजिकली डेमेज नहीं किया जा सकता है।