एजुकेशन लोन पर गड़बड़ी करने पर हो सकता है दोहरा नुकसान, फाईनांशियल प्लानिंग से बचें
शिक्षा के लिए एजुकेशन लोन लेना आजकल काफी सामान्य हो गया है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि एजुकेशन लोन के चुकाने में असमर्थ होने पर आपको दोहरा नुकसान हो सकता है? यह आपकी फाईनांशियल हेल्थ पर भी बुरा प्रभाव डाल सकता है। आइए जानते हैं कि इससे कैसे बचें।
एजुकेशन लोन की चुकौती का समय आमतौर पर बाकी लोन से अलग होता है। कोर्स पूरा होने के बाद आपको 6-12 महीनों का मोरेटोरियम दिया जाता है, जिसके दौरान ज्यादातर छात्रों को नौकरी मिल जाती है। लेकिन, यदि आप इस दौरान लोन का भुगतान नहीं कर पाते हैं, तो यह आपकी फाईनांशियल हेल्थ को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है।
सिक्योर्ड एजुकेशन लोन में डिफॉल्ट होने पर, आपको गिरवी रखा गया असेट खोने का खतरा होता है। इसके अलावा, यदि आप लोन की ईएमआई नहीं चुका पाते हैं, तो यह आपके क्रेडिट स्कोर को भी प्रभावित कर सकता है, जिसके परिणामस्वरूप आपको भविष्य में नया लोन प्राप्त करने में कठिनाई हो सकती है।
ऐसे में, एजुकेशन लोन को समय पर चुकाने के लिए मजबूत फाईनांशियल प्लानिंग करना आवश्यक है।
एजुकेशन लोन संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी:
प्रमुख बिंदु | विवरण |
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लोन की प्रकृति | बाकी लोन की तरह ही होता है, लेकिन रिपेमेंट शेड्यूल अलग होता है |
लोन रिपेमेंट का समय | कोर्स पूरा होने के बाद 6-12 महीने |
डिफॉल्ट की परिस्थितियाँ | सिक्योर्ड लोन डिफॉल्ट होने पर गिरवी रखा असेट खोना पड़ सकता है |
क्रेडिट स्कोर | लोन चुकाने में विफलता क्रेडिट स्कोर को खराब कर सकती है |
फाईनांशियल प्लानिंग | एजुकेशन लोन के लिए मजबूत फाईनांशियल प्लानिंग जरूरी है |