एक नजर पूरी खबर
- दुबई में स्कूलों ने जीती कोरोना से जंग
- स्कूलों में ई–लर्निंग के फैसले को मिले 67% अंक
- निजी स्कूलों ने ई–लर्निंग के जरिए शुरू की शिक्षा व्यवस्था
दुनिया भर में इन दिनों कोरोना का कहर अपने चरम पर है। अब तक किसी भी देश में कोरोना की दवा बनाने में कोई सफलता हासिल नहीं की है। ऐसे में सभी देश लोगों को कोरोना के साथ जीने की आदत बनाने की सलाह दे रहे हैं। WHO का कहना है हमें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए व स्वास्थ्य सेवाओं को ध्यान में रखते हुए अब कुरोना के साथ बचाव तकनीक अपनाते हुए जीवन जीना होगा।
ऐसे में जब महामारी का शूरू प्रकोप हुआ, तो शिक्षकों और छात्रों को एक स्नैप में पूर्णकालिक ई–लर्निंग पर शिफ्ट होना पड़ा, लेकिन दुबई के निजी स्कूलों ने साबित कर दिया है कि वे इस तरीके से भी उच्च–स्तरीय शिक्षा प्रदान कर सकते हैं, भले ही कक्षाएं कहीं भी हों – कैंपस में या ऑनलाइन।
दरअसल नॉलेज एंड ह्यूमन डेवलपमेंट अथॉरिटी (केएचडीए) के डिस्टेंस लर्निंग इवैल्यूएशन (डीएलएड) के परिणामों से पता चला है कि 209 स्कूलों में से 67 प्रतिशत लोगों ने ई–लर्निंग के फैसले पर रजामंदी जाहिर की है।
डीएलई स्कूलों को ‘विकसित‘, ‘आंशिक रूप से विकसित‘, या ‘विकसित नहीं‘ के रूप में ई–लर्निंग के जरिए शिक्षा प्रदान करने के तौर पर रखा गया, जिसका परिणाम बेहद अच्छा रहा।
मालूम हो कि दुबई के स्कूलों के निरीक्षण ब्यूरो द्वारा साल 2018-19 में पहले भी ई–लर्निंग को बढ़ावा देने के स्तर पर काम किया जा चुका है। GulfHindi.com