साइबर सुरक्षा के लिए अपनाएं यह कदम 

अपने ग्राहकों को साइबरक्राइम से बचाने के लिए अमेजॉन फ्लिपकार्ट में एक सुविधा है जिसके तहत ओटीपी कंफर्म होने के बाद ही सामान की डिलीवरी की जाती है और पैसा दिया जाता है। लेकिन ग्राहकों की सुरक्षा के लिए जितने कदम उठाए जा रहे हैं उससे कहीं अधिक आगे स्कैमर्स के कदम है। फिलहाल ऐसी कुछ मामले सामने आए हैं जो हैरान करने वाले हैं। आइए जानते हैं कि यह कैसे फ्रॉड करते हैं?

कैसे करते हैं फ्रॉड?

आरोपी उन लोगों पर नजर रखते हैं जो अक्सर ऑनलाइन सामान मंगवाते रहते हैं। फिर वह उनके पास ऑर्डर लेकर जाते हैं और कैश ऑन डिलीवरी के लिए कैश मानते हैं। जब व्यक्ति डिलीवरी लेने से मना कर देता है तो वह डिलीवरी कैंसिल करने के लिए ओटीपी मांगते हैं।

इस तरह से ओटीपी प्राप्त करते पीड़ित का मोबाइल फोन हैक कर लेते हैं और अकाउंट खाली कर देते हैं। इनसे बचने के लिए सावधानी जरूरी है वरना मेहनत की कमाई से हांथ धोना पड़ सकता है।

फ्रॉड से बचने के लिए क्या करें?

OTP किसी से भी शेयर न करें। जब किसी को ओटीपी देना अनिवार्य हो तो उस व्यक्ति की सत्यता की जांच अवश्य कर लें। पैसा देने या ऑर्डर कन्फर्म करने से पहले ऑर्डर को खोलकर अवश्य देख लें। अगर कोई व्यक्ति आपकी निजी जानकारी या वेबसाइट, लिंक पर क्लिक करने की सलाह दे तो ऐसा न करें।

फ्रॉड होने पर तुरंत पुलिस को सूचित करें।

बिहार से हूँ। बिहार होने पर गर्व हैं। फर्जी ख़बरों की क्लास लगाता हूँ। प्रवासियों को दोस्त हूँ। भारत मेरा सबकुछ हैं। Instagram पर @nyabihar तथा lov@gulfhindi.com पर संपर्क कर सकते हैं।

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