भारत सरकार ऑटोमोबाइल क्षेत्र में हरित प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने के लिए 500 करोड़ रुपये तक की राशि प्रदान कर सकती है। यह धन फास्टर एडोप्शन और मैन्यूफैक्चरिंग ऑफ हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक व्हीकल्स इन इंडिया (FAME) योजना के अगले चरण की शुरुआत, हरित प्रौद्योगिकी निर्माण को प्रोत्साहित करने या वाहन खरीददारों को समर्थन प्रदान करने के लिए उपयोग किया जा सकता है।
सरकार ऑटोमोबाइल क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों में हरित प्रौद्योगिकी को प्रोत्साहित करने के लिए 50,000 करोड़ रुपये तक की राशि प्रदान करने की संभावना है। यह राशि FAME योजना के तीसरे चरण की शुरुआत, निर्माताओं के अंत में हरित प्रौद्योगिकी को प्रोत्साहित करने या वाहन खरीददारों के लिए उपयोग की जा सकती है।
यदि प्रस्ताव को मंजूरी दी जाती है, तो दो-पहिया वाहन 42-45% कुल आवंटन की संभावना होती है, इसके बाद बसों के लिए 25-30%, ट्रकों के लिए 8-10%, और अन्य वाहनों के लिए शेष राशि। इसमें नई प्रौद्योगिकियों के लिए धन की आवंटन भी होगी। इसमें चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को भी शामिल किया जाएगा।
महत्वपूर्ण जानकारी:
- योजना: FAME (फास्टर एडोप्शन और मैन्यूफैक्चरिंग ऑफ हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक व्हीकल्स इन इंडिया)
- प्रस्तावित आवंटन: ₹50,000 करोड़
- वाहन वितरण: दो-पहिया वाहन (42-45%), बसें (25-30%), ट्रक (8-10%)
- चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर: शामिल
उम्मीद है कि इस प्रकार की पहल से भारत में हरित प्रौद्योगिकी को एक नई ऊर्जा मिलेगी और यह देश को पारिस्थितिकी प्रदूषण से मुक्ति दिलाने में मदद करेगा।