कुवैत ने अपने इतिहास में पहली बार महिलाओं को देश के उच्च सार्वजनिक अभियोजन कार्यालय (Higher Public Prosecution Office) में नियुक्त किया है। यह फैसला कानूनी और न्यायिक व्यवस्था में लैंगिक समानता की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है।
कुवैत में हमेशा से ही अभियोजन प्रणाली पुरुष प्रधान रही है लेकिन महिलाओं की नई नियुक्ति से यह परंपरा टूटी है। यह नियुक्ति योग्य और अनुभवी महिला कानून विशेषज्ञों को निर्णायक भूमिकाओं में लाने का संकेत है। इस कदम से संवैधानिक संस्थाओं में महिलाओं की भागीदारी बढ़ेगी।
यह निर्णय महान्यायवादी साद अल सफरान (Attorney General Saad Al Safran) द्वारा किए गए एक प्रशासनिक फेरबदल के तहत आया, जिसमें कई अभियोजकों को विशेष और स्थानीय पदों से हटाकर उच्च अभियोजन कार्यालय में पदोन्नत किया गया। इस फेरबदल में कुछ महिला अभियोजकों को भी शामिल किया गया, जो अब कुवैत की न्यायिक प्रक्रिया में वरिष्ठ भूमिका निभाएंगी।
लोक अभियोजन विभाग ने इस पहल को एक “ऐतिहासिक उदाहरण” (a precedent recorded for the first time) बताते हुए कहा, “इन पदोन्नतियों का आधार केवल योग्यता और पेशेवर प्रदर्शन रहा है। यह निर्णय कुवैती महिलाओं में जताए गए भरोसे और आपराधिक न्याय प्रणाली में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाता है।” विभाग ने यह भी कहा कि यह निर्णय समान अवसर और महिला नेतृत्व को बढ़ावा देने के राष्ट्रीय संकल्प का हिस्सा है।
यह नियुक्तियां कुवैत के अमीर शेख मिशाल अल अहमद अल जाबेर अल सबाह के उस निर्देश के तहत की गई हैं, जिसमें देश के कुशल नागरिकों, विशेष रूप से महिलाओं को न्यायिक जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में अधिक प्रतिनिधित्व देने पर ज़ोर दिया गया है।
इस बदलाव के साथ-साथ एक और अहम नियुक्ति की गई है जिसमें बद्र अल मसाद, जो पहले प्रथम मुख्य अभियोजक और महान्यायवादी के तकनीकी कार्यालय के प्रमुख थे, उन्हें अब उच्च अभियोजन निकाय का प्रमुख नियुक्त किया गया है।




