गंगनहर में हर साल दिवाली से पहले सफाई होती है। इससे नोएडा और गाजियाबाद में लगभग एक महीने तक लोगों को पेयजल नहीं मिलता। गाजियाबाद में दीपावली की रात गंगाजल की सप्लाई शुरू हो गई है, लेकिन स्थानीय लोग इसके बारे में चिंतित हैं।
यह नोएडा और गाजियाबाद में रहने वालों के लिए एक अच्छी खबर है। 15 नवंबर से, लगभग एक महीने से बंद पड़ी गंगाजल की सप्लाई नोएडा में फिर से शुरू हो जाएगी। यही नहीं, दीपावली की आधी रात से गाजियाबाद में पेयजल की आपूर्ति शुरू हो गई है। लेकिन लोग पर्याप्त पानी नहीं पा रहे हैं।इंदिरापुरम में दिवाली वाले दिन भी कम समय के लिए पानी की सप्लाई हुई, हालांकि दावा था कि 48 घंटे बाद गंगाजल की सप्लाई हो जाएगी। स्थानीय लोग इससे नाराज हो गए।
आपको बता दें कि 24 अक्टूबर से गंगनहर की सफाई के कारण गंगाजल की सप्लाई बंद है। नोएडा अथॉरिटी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सतीश पाल ने कहा कि त्योहारों में किसी भी घर में पानी की कमी नहीं होने की कोशिश की गई। 17 नवंबर से छठोत्सव शुरू होगा। छठ पर्व से तीन दिन पहले ही गंगाजल की सप्लाई शुरू करने का प्रयास किया जा रहा है।
दिवाली के दिन भी पानी कम आया
दूसरी ओर, इंदिरापुरम निवासी विजय कुमार ने बताया कि पानी सुबह 7 से 9 बजे आता है, लेकिन गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (GDA) सुबह 3 से 4 बजे तक पानी देता है। वरुण जोशी ने बताया कि उनके घर में गंगाजल की आपूर्ति बहुत दिन पहले से बंद हो गई है, एक भी बूंद पानी नहीं आया है। पानी की व्यवस्था करते हुए पूरी दिवाली बीत गई। उमेश्वर कुमार ने कहा कि दुर्गा पूजा से छठ पूजा तक हर साल पानी की कमी होती है। गंगाजल प्लांट के जीएम उन्मेशन शुक्ला ने बताया कि सिंचाई विभाग यह निर्णय लेता है। ऐसे मामले में, वही आदेश दे सकता है। हालाँकि, नहर का काम जारी है। सप्लाई नहर में गंगाजल आते ही शुरू होगी।
खोड़ा में गंगाजल की कमी के कारण भूख हड़ताल
वहीं, खोड़ा में गंगाजल की आवश्यकता को पूरा करने के लिए पांचवें दिन भी भूख हड़ताल जारी रही। दिवाली पर भी लोग अनशन करते रहे। सोमवार को भूख हड़ताल को खोड़ा रेजिडेंट्स एसोसिएशन और दस सभासदों ने भी समर्थन दिया। सभासदों ने इस अभियान को मजबूत करने का वादा किया। खोड़ा रेजिडेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक जोशी ने कहा कि इस मूलभूत सुविधा के लिए आंदोलन को और तेज किया जाएगा, लगातार आवाज उठाकर सभी वर्गों से समर्थन लेकर हम आंदोलन जारी रखेंगे। यह अनशन तब तक जारी रहेगा जब तक प्रशासन हमारी मांगें पूरी नहीं करेगा। सोमवार को महिलाओं ने पोस्टर लेकर गंगाजल की आपूर्ति की मांग की। ये गतिविधियां भी सोशल मीडिया पर शेयर की गईं और लोगों की राय ली गईं। जनता से भी पूछा गया कि गंगाजल के अलावा उनकी क्या समस्याएं हैं?