सोने की कीमतों में लगातार तेजी का दौर जारी है। आज एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना नए रिकॉर्ड ऊपरी स्तर पर पहुंचने में सफल रहा। अमेरिका के आर्थिक आंकड़े अनुमान से बेहतर रहने के बाद सोने की कीमतों को बल मिला है।
अमेरिका के आर्थिक आंकड़े और ब्याज दरें
बेहतर आर्थिक आंकड़ों के बाद अब माना जा रहा है कि अमेरिका में इस साल ब्याज दरें कम होंगी। दरों में कटौती की उम्मीद को देखते हुए सोने की कीमतों में यह तेजी देखने को मिल रही है।
एशियाई बाजार में सोने की बढ़त
सोमवार को एशियाई बाजार में शुरुआती कामकाज के दौरान सोना करीब 1% से ज्यादा बढ़त के साथ 2440.59 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया। इससे पहले सोने की रिकॉर्ड ऊपरी स्तर अप्रैल में बना था। अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ओर से सितंबर में दरों में कटौती की उम्मीद की वजह से ट्रेडर्स सोने पर दांव लगा रहे हैं।
Today 24 Carat Gold Rate Per Gram in Delhi (INR)
Gram | 24K Today | 24K Yesterday | Price Change |
1 gram | ₹ 7,531 | ₹ 7,477 | ₹ 54 |
8 gram | ₹ 60,248 | ₹ 59,816 | ₹ 432 |
10 gram | ₹ 75,310 | ₹ 74,770 | ₹ 540 |
100 gram | ₹ 7,53,100 | ₹ 7,47,700 | ₹ 5,400 |
अमेरिकी डॉलर और बॉन्ड यील्ड का असर
पिछले हफ्ते अमेरिकी डॉलर में गिरावट दिखी और बॉन्ड यील्ड में तेजी रही। पिछले बुधवार को अमेरिका में अप्रैल महीने के आंकड़े जारी हुए थे, जो अनुमान के मुकाबले बेहतर रहे हैं। यही वजह रही कि सोने की कीमतों में तेजी दिखी।
जियोपॉलिटिकल तनाव का प्रभाव
इन सबके अलावा रूस और मिडिल ईस्ट में एक बार फिर जियोपॉलिटिकल तनाव बढ़ गया है। यूक्रेन की ओर से रूसी रिफाइनरी पर एक छोटे ड्रोन से हमले का मामला सामने आया है। इसके बाद इस रिफाइनरी को फिलहाल के लिए बंद कर दिया गया है।
चीन जाने वाले ऑयल टैंकर पर हमला
इसके अलावा शनिवार को चीन जाने वाले ऑयल टैंकर पर लाल सागर में हाउथी विद्रोहियों ने हमला किया है। ऐसी अनिश्चितता की स्थिति में सोने की कीमतों में तेजी देखने को मिलती है।
सोने की कीमतों में आई तेजी का मुख्य कारण अमेरिका के बेहतर आर्थिक आंकड़े, संभावित ब्याज दरों में कटौती, डॉलर की कमजोरी, बॉन्ड यील्ड में तेजी और जियोपॉलिटिकल तनाव है। निवेशकों को सोने में निवेश करते समय इन कारकों पर ध्यान देना चाहिए, क्योंकि ये सोने की कीमतों को प्रभावित करते हैं। अनिश्चितता की स्थिति में सोना हमेशा से एक सुरक्षित निवेश माना जाता रहा है, और वर्तमान परिस्थितियों में यह और भी महत्वपूर्ण हो गया है।