गोरखपुर के एक इंजीनियर अखिलेश पाण्डेय, जो यूनाइटेड अरब अमीरात (यूएई) में काम कर रहे थे, पिछले पांच साल से ईशनिंदा के मामले में फंसे हुए हैं। उन्हें 15 साल की सजा और एक करोड़ (भारतीय मुद्रा) का जुर्माना भुगतना पड़ा है। उनके पिता, जो एक शिक्षक हैं, ने अपने बेटे की सजा माफ कराने और उसे वापस बुलाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद की गुहार लगाई है।
बेटे की सजा माफ कराने की कोशिश
अखिलेश के पिता ने अब तक 50 से अधिक पत्र विदेश मंत्रालय, सांसदों, और प्रधानमंत्री कार्यालय को भेजे हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस जवाब नहीं मिला है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि एक दिन उनकी चिठ्ठियों पर संज्ञान लिया जाएगा और भारत सरकार इस मामले में हस्तक्षेप करेगी। उन्होंने हाल ही में फिर से विदेश मंत्रालय और प्रधानमंत्री कार्यालय को पत्र भेजा है।
ईशनिंदा का आरोप
अखिलेश पाण्डेय, जो गोरखपुर के गुलरिहा क्षेत्र के बजही निवासी हैं, यूनियन सीमेंट कंपनी, रास अल खेमा, यूएई में सीनियर सेफ्टी इंजीनियर के पद पर कार्यरत थे। उन पर यह आरोप उनके अधीन काम करने वाले एक सूडानी, एक पाकिस्तानी और दो भारतीय मुस्लिम मजदूरों ने लगाया था। अब उनके पिता अपने बेटे की सजा माफ कराने और उसे सुरक्षित वापस लाने के लिए सरकार से मदद की आस लगाए बैठे हैं।