किसी भी इंसान के व्यक्तित्व और भविष्य के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए राशि (Zodiac sign) अहम भूमिका निभाता है। अगर आप इस विषय में जानकारी रखते हैं तो किसी भी व्यक्ति से उसकी राशि जानने के बाद उसके व्यवहार के बारे में आसानी से पता लगा सकते हैं। आईए जानते हैं कि राशि के बारे में आखिर पता कैसे चलता है।
दो तरह की होती है राशि
यह जानना बेहद ही जरूरी है कि दो तरह से राशि के बारे में पता लगाया जाता है जो कि अलग अलग संस्कृति पर आधारित है। इनमें से हैं वेस्टर्न कल्चर और दूसरी है भारतीय संस्कृति।
वेस्टर्न कल्चर के हिसाब से कैसा पता कर सकते हैं अपनी राशि?
दरअसल वेस्टर्न कल्चर में बच्चों के जन्म तिथि के आधार पर उसे राशि मिलती है और उसी राशि से मिला जुला उसका व्यवहार भी होता है। इसे सन साइन यानी (Sun Sign )कि सूर्य राशि भी कहते हैं। सूर्य राशि के बारे में लता करने के लिए आपको केवल अपने जन्म तारीख की जरूरत पड़ती है।
मेष: 21 मार्च – 19 अप्रैल
वृषभ: 20 अप्रैल – 20 मई
मिथुन: 21 मई – 21 जून
कर्क: 22 जून – 22 जुलाई
सिंह: 23 जुलाई – 22 अगस्त
कन्या: 23 अगस्त – 22 सितंबर
तुला: 23 सितंबर – 23 अक्टूबर
वृश्चिक: 24 अक्टूबर – 22 नवंबर
धनु: 23 नवंबर – 21 दिसंबर
मकर: 22 दिसंबर – 19 जनवरी
कुंभ: 20 जनवरी – 18 फरवरी
मीन: 19 फरवरी – 20 मार्च
भारत में किस आधार पर किया जाता है राशि का विभाजन?
भारत में इसे मून साइन (moon sign)या चंद्र राशि भी कही जाती है। यह कुंडली में चन्द्रमा की राशि के आधार पर तय किया जाता है। यानी कि इसका डिटेल जानने के लिए आपको अपने जन्म तारीख के साथ जन्म का स्थान और टाईम भी पता होना चाहिए। इसकी मदद से आत्मा के लक्ष्य और रास्ते में आने वाली बाधाओं के बारे में भी पता लगाया जाता है।