आईडीएफसी फर्स्ट बैंक ने हाल ही में एक बड़ी खबर सुनाई है। जी हां, आईडीएफसी लिमिटेड का रिवर्स मर्जर अब रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की मंजूरी के बाद संभव हो पाएगा। बैंकिंग जगत में यह एक अहम कदम माना जा रहा है।
क्या है यह रिवर्स मर्जर?
- IDFC Ltd और IDFC FHCL का मर्जर: इस रिवर्स मर्जर के तहत, IDFC Limited और IDFC Financial Holding Company Limited (IDFC FHCL) का आईडीएफसी फर्स्ट बैंक में विलय होगा।
- शेयर बाजार पर असर: मर्जर की खबर के बाद आईडीएफसी फर्स्ट बैंक का शेयर 89 रुपए और आईडीएफसी लिमिटेड का शेयर 125 रुपए पर कारोबार कर रहा था।
IDFC Ltd और IDFC First Bank की भूमिका
- IDFC Ltd: यह ग्रुप की मातृ कंपनी है और एक नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी (NBFC) के रूप में कार्यरत है।
- IDFC First Bank: यह बैंकिंग क्षेत्र में सक्रिय है और इसका शेयर भी शेयर बाजार में सूचीबद्ध है।
मर्जर की प्रक्रिया
- पहला चरण: IDFC FHCL का IDFC Ltd में विलय होगा।
- दूसरा चरण: IDFC Ltd का विलय IDFC First Bank में किया जाएगा।
- परिणाम: इसके बाद केवल IDFC First Bank ही शेयर बाजार में लिस्टेड रहेगी।
शेयर होल्डर्स के लिए क्या है खास?
- अमलगमेशन स्कीम: IDFC Ltd के प्रत्येक 100 शेयर के बदले निवेशकों को IDFC First Bank के 155 शेयर मिलेंगे।
- 10% डिस्काउंट पर मिल रहा शेयर: IDFC First Bank का शेयर अभी 89 रुपए पर है, जबकि इसके माध्यम से यह शेयर निवेशकों को 80.65 रुपए के भाव पर मिल रहा है।
आगे क्या होगा?
इस मर्जर के बाद आईडीएफसी फर्स्ट बैंक एक बड़ी कंपनी के रूप में उभरेगी और बाजार में अपनी प्रमुखता बढ़ाएगी। निवेशकों के लिए यह एक सुनहरा अवसर हो सकता है क्योंकि वे बैंक के शेयर को डिस्काउंटेड दर पर प्राप्त कर सकते हैं। निवेशकों और बाजार विशेषज्ञों की नजरें अब इस मर्जर की प्रगति पर टिकी हुई हैं।