प्रकाश सिंह बादल, जीवन और राजनीतिक कैरियर।
प्रकाश सिंह बादल एक अनुभवी भारतीय राजनीतिज्ञ थे, जिन्होंने पांच बार पंजाब राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया है। उनका जन्म 8 दिसंबर, 1927 को भारत के पंजाब के एक छोटे से गाँव में हुआ था। बादल ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत 1947 में की, जब वे अकाली दल पार्टी में शामिल हुए। वह पहली बार 1957 में पंजाब विधान सभा के लिए चुने गए थे और तब से विभिन्न सरकारों में विभिन्न मंत्री पदों पर रहे हैं।
1970 में वे पंजाब के सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री बने लेकिन महज एक साल बाद उन्हें पद से हटा दिया गया। 1997 में बादल को फिर से मुख्यमंत्री के रूप में चुना गया और उन्होंने चार और कार्यकाल पूरे किए, जिससे वे पंजाब के सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले मुख्यमंत्री बन गए। उन्हें राज्य में कृषि, ग्रामीण विकास और औद्योगीकरण को बढ़ावा देने के प्रयासों के लिए जाना जाता है। अपने लंबे राजनीतिक जीवन के दौरान विवादों और आलोचनाओं का सामना करने के बावजूद, बादल पंजाब की राजनीति में एक सम्मानित व्यक्ति बने हुए हैं।
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प्रकाश सिंह बादल का भारतीय राजनीति और समाज में योगदान।
प्रकाश सिंह बादल एक प्रमुख भारतीय राजनेता थे जिन्होंने भारतीय राजनीति और समाज में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने पांच बार पंजाब के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया और राज्य के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके नेतृत्व में, पंजाब में तेजी से औद्योगीकरण और कृषि आधुनिकीकरण हुआ, जिससे राज्य की आर्थिक वृद्धि हुई।
1980 और 1990 के दशक के अशांत समय के दौरान बादल ने पंजाब में शांति और सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वे संघवाद के मुखर समर्थक रहे हैं और उन्होंने भारतीय संघीय ढांचे में राज्यों की शक्तियों को मजबूत करने की दिशा में काम किया है। राजनीति के अलावा, बादल समाज सेवा में भी सक्रिय रूप से शामिल रहे हैं और उन्होंने वंचितों की मदद के लिए कई धर्मार्थ संगठनों की स्थापना की है। भारतीय राजनीति और समाज में उनके योगदान ने उन्हें व्यापक सम्मान और प्रशंसा अर्जित की है।