अगर आप महंगे कपड़े पहनते हैं, ब्रांडेड जूते खरीदते हैं, रेस्तरां में खाना खाते हैं लेकिन आपके बैंक अकाउंट से ज्यादा पैसे नहीं निकलते, तो इनकम टैक्स विभाग (I-T Department) अब आपसे सवाल पूछ सकता है।
आखिर क्या हो रहा है?
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट अब यह जांच कर रहा है कि कुछ लोगों की बैंक से कैश निकासी (Withdrawals) उनके घोषित इनकम से मेल क्यों नहीं खा रही। इसका मतलब यह है कि अगर कोई व्यक्ति अपनी आमदनी तो ज्यादा दिखा रहा है, लेकिन खर्च बहुत कम, तो यह संदेह पैदा करता है कि कहीं वह काला धन (Black Money) तो नहीं छुपा रहा?
अब टैक्स विभाग ने कुछ चुनिंदा लोगों को नोटिस भेजना शुरू कर दिया है, जिसमें उनसे पूछा गया है कि वे हर महीने किन चीजों पर कितना खर्च करते हैं।
कौन-कौन से खर्चों की जानकारी मांगी जा रही है?
इनकम टैक्स विभाग ने जिन लोगों को नोटिस भेजा है, उनसे उनके हर महीने होने वाले खर्चों का पूरा ब्रेकडाउन मांगा गया है।
जिन खर्चों की जानकारी मांगी गई है, उनमें शामिल हैं:
ग्रोसरी का खर्च – आटा, चावल, मसाले, खाने का तेल, दूध आदि
गैस सिलेंडर और बिजली बिल
कपड़े, जूते, कॉस्मेटिक्स और अन्य निजी खर्च
बच्चों की शिक्षा पर होने वाला खर्च
रेस्टोरेंट में खाने और मनोरंजन पर खर्च
बाल कटवाने, ब्यूटी पार्लर, सैलून जैसे खर्च
इतना ही नहीं, परिवार के सभी सदस्यों की डिटेल, उनके पैन कार्ड नंबर और सालाना आय की भी जानकारी मांगी गई है।
किसे मिल रहे हैं ये नोटिस?
इनकम टैक्स विभाग का कहना है कि ये सामान्य नोटिस नहीं हैं, बल्कि केवल उन लोगों को भेजे गए हैं जिनकी जीवनशैली उनकी घोषित आय से मेल नहीं खाती।
ऐसे लोग जो महंगे कपड़े, गाड़ियां, विदेश यात्रा और लक्ज़री लाइफस्टाइल एंजॉय कर रहे हैं लेकिन बैंक अकाउंट से पैसे बहुत कम निकाल रहे हैं, उन्हें शक के दायरे में लाया गया है।
अगर किसी व्यक्ति की बैंक ट्रांजैक्शन और जीवनशैली में बड़ा अंतर दिखता है, तो यह संदेह पैदा करता है कि कहीं वह अपनी असली आय छुपाकर कैश में तो खर्च नहीं कर रहा?
ऐसे लोगों पर निगरानी रखी जा रही है जो महंगी प्रॉपर्टी खरीद रहे हैं, बड़ी-बड़ी गाड़ियों में घूम रहे हैं, लेकिन टैक्स कम दिखा रहे हैं।
अगर जानकारी नहीं दी तो क्या होगा?
अगर किसी व्यक्ति ने नोटिस मिलने के बाद जानकारी नहीं दी, तो इनकम टैक्स विभाग यह मानकर चलेगा कि उसने साल में ₹1 करोड़ तक की नकद निकासी की है और उसी हिसाब से टैक्स और पेनल्टी वसूलने की कार्रवाई की जा सकती है।
इससे पहले भी ऐसे कदम उठाए जा चुके हैं
नवंबर 2024 में, सरकार ने उन लोगों के खिलाफ नोटिस भेजे थे जिन्होंने विदेशी इनकम (Foreign Income) की घोषणा नहीं की थी।
सरकार ने ऑटोमैटिक एक्सचेंज ऑफ इनफॉर्मेशन (Automatic Exchange of Information) का उपयोग किया, जिससे अलग-अलग देशों के टैक्स डिपार्टमेंट आपस में जानकारी साझा कर सकें और टैक्स चोरी पर लगाम लगाई जा सके।
क्या आपको चिंता करनी चाहिए?
अगर आप ईमानदारी से टैक्स भर रहे हैं और आपकी आय व खर्च में कोई गड़बड़ी नहीं है, तो आपको घबराने की जरूरत नहीं है।
लेकिन अगर आपकी जीवनशैली आपकी घोषित आय से मेल नहीं खाती और आप बड़े खर्च कैश में कर रहे हैं, तो आप इनकम टैक्स विभाग की नजर में आ सकते हैं।
क्या करें?
अपने सभी बैंकिंग और कैश लेन-देन का सही रिकॉर्ड रखें।
अगर आपको नोटिस मिलता है, तो सही जानकारी प्रदान करें और सहयोग करें।
फर्जी बिलिंग या टैक्स चोरी करने से बचें, क्योंकि अब डेटा एनालिटिक्स के जरिए टैक्स विभाग को हर चीज़ का पता चल सकता है।