भारत न्यू एनर्जी के सहसंस्थापक और सीईओ अनिरुद्ध रवि नारायनन का कहना है कि घरेलू लीथियम के इस्तेमाल से लीथियम सेल और इलेक्ट्रिकल व्हीकल (ईवी) की उत्पादन लागत में कमी आएगी। एक साक्षात्कार में नारायनन ने कहा कि मेरा अनुमान है कि इससे सेल के मूल्य में 20-30 प्रतिशत की कमी आएगी, जिससे ईवी की लागत 8-15 प्रतिशत तक घट जाएगी।

उन्होंने कहा कि मैं खदान उद्योग का विशेषज्ञ नहीं हूं लेकिन जो कुछ समझता हूं, उसके आधार पर कह सकता हूं कि घरेलू लीथियम के उत्पादन में तीन वर्ष का समय लग सकता है. उन्होंने कहा कि देश में लीथियम का भंडार मिलना अच्छी बात है। हालांकि, अभी इस दिशा में बहुत कार्य करने की आवश्यकता है।

वहीं, सन मोबिलिटी के सीईओ अनंत बड़जात्या का कहना है कि लीथियम आधारित संयुक्त उद्यम या तकनीकी सहयोग का प्रभाव तब महसूस होगा, जब देश में इसका खनन होने लगेगा। इसे उन लोगों को उपलब्ध कराया जाएगा जिन्हें इसकी आवश्यकता है। हाल ही में केंद्र सरकार ने कहा था कि भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले के सलाल-है. माना क्षेत्र में 59 लाख टन लीथियम के अनुमानित भंडार की खोज की है।

कर्नाटक में भी मिला लीथियम का भंडार

जम्मू-कश्मीर के बाद अब कर्नाटक में भी लीथियम का भंडार मिला है। परमाणु खनिज अन्वेषण और अनुसंधान निदेशालय (एएमडी) के अनुसार, कर्नाटक के मंड्या जिले के मारलगल्ला क्षेत्र में करीब 1,600 टन लीथियम का भंडार होने का अनुमान है। यहां 2020 और फरवरी 2021 के बीच भी लिथियम भंडार मिलने की चर्चा थी।

पेट्रोल के दाम पर बिकेगी गाड़ी.

परिवहन मंत्री नितिन गड़करी कई बार कह चुके हैं की वह भारत में EV की क़ीमत को पेट्रोल गाड़ियों के बराबर करेंगे, उसके लिए नीति बनाएँगे. उस दिशा में यह खोज भी अहम वरदान साबित होगा. अभी सब्सिडी, कम ब्याज दर इत्यादि का फ़ायदा ग्राहकों को दिया जा रहा हैं.

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