नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने मंगलवार को कहा कि अगर कोरोना वायरस का व्यवहार अनुमान के मुताबिक रहा, विमानन की सभी परिस्थितियां अनुकूल व राज्य सरकारें तैयार हुईं तो अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानें बहाल करने का फैसला जुलाई में लिया जाएगा। देश में घरेलू यात्री उड़ानें दो महीने के अंतराल के बाद 25 मई से बहाल हो चुकी हैं।
एक वेबिनार को संबोधित करते हुए हरदीप सिंह ने कहा, ‘मुझसे अक्सर पूछा जाता है कि आप अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड़ानें कब शुरू कर सकते हैं? अगर आप यह मुझ पर छोड़ते हैं और अगर परिस्थितियां अनुकूल होती हैं, हमारे पास वायरस के व्यवहार का अनुमान हो तो मुझे लगता है कि आगामी महीने में हमें फैसला लेना शुरू कर देना चाहिए। लेकिन वे फैसले नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा नहीं लिए जाएंगे। वे फैसले घरेलू हालात के मद्देनजर सरकार द्वारा लिए जाएंगे। जैसा कि हमने हाल ही में देखा कि हमारे खोलने के बाद दक्षिण भारत के एक बड़े राज्य ने फिर लॉकडाउन का एलान कर दिया। मैंने अन्य देशों में भी ऐसा होते हुए देखा है। हम यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं कि ऐसा नहीं हो।’
राज्यों को होना चाहिए तैयार
पुरी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मार्गो पर यात्रियों को स्वीकार करने के लिए हमारे राज्यों को तैयार होना चाहिए। हम उनके साथ लगातार बातचीत कर रहे हैं। नागरिक उड्डयन मंत्री ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय यात्रा बहाल करने का फैसला आगामी महीनों या उससे पहले लिया जा सकता है जब घरेलू हवाई यातायात कोविड-19 की पूर्व क्षमता के 50-55 फीसद पर पहुंच जाएगा और अन्य राज्य भी आने वाले और यात्रियों को स्वीकार करने की स्थिति में होंगे।
अन्य देशों द्वारा प्रवेश प्रतिबंध छूट पर भी निर्भर करेगा
अमेरिका से आने वाली उड़ानों का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि ये उड़ानें दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु जैसे हमारे बड़े शहरों में लैंड करती हैं। पुरी ने कहा, हो सकता है कि बड़े शहर विदेश से बड़ी संख्या में आने वाले लोगों को संभालने की स्थिति में न हों क्योंकि वहां अनिवार्य क्वारंटाइन की उतनी क्षमता न हो। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की बहाली अन्य देशों द्वारा प्रवेश प्रतिबंधों में छूट पर भी निर्भर करेगी। कई देश अपने नागरिकों और कुछ खास वर्ग के लोगों को छोड़कर किसी को अपने यहां प्रवेश की अनुमति नहीं दे रहे हैं।GulfHindi.com