इलेक्ट्रिक गाड़ियों को लेकर भारत में लगातार कई तरह से.प्रोत्साहित किया जा रहा है. भारत में इलेक्ट्रिक गाड़ियों के दाम अभी भी आम लोगों की पहुंच से लगभग ऊपर हैं. भारत के मंत्री नितिन गडकरी अक्सर इलेक्ट्रिक गाड़ियों को लेकर लोगों के पॉकेट के पहुंच तक के बीच के रास्ते का वकालत करते हैं.
3 लाख रुपए तक में आएगा इलेक्ट्रिक गाड़ी
Theauto.in के अनुसार नितिन गडकरी ने संसद में एक बयान देते हुए कहा कि भारत में अभी सबसे सस्ती पेट्रोल गाड़ी मारुति के तरफ से महज 3 लाख के रेंज में उपलब्ध हो जाती हैं. भारत लगातार बैटरी बनाने की टेक्नोलॉजी में बदलाव कर रहा है और जल्द ही इस को लेकर साल 2 साल के भीतर ऐसी स्वदेशी तकनीकी निर्मित कर ली जाएगी जिससे कि इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमत भी पेट्रोल गाड़ियों की कीमत के बराबर हो जाएगी.
भविष्य में महंगा होने वाला है चार्जिंग.
Theauto.in के अनुसार दुनिया भर में बढ़ रहे ऊर्जा जरूरतों के बीच दुनिया भर में उर्जा महंगा होता जा रहा है. जिसके वजह से उन लोगों को महंगे उर्जा खरीद का सामना करना पड़ रहा है. धीरे-धीरे भारत में भी बिजली बिल का मीटर आप लोगों को चौकआने लगा है. कमर्शियल बिजली बिल लोगों को महंगाई का झटका भी देने लगा.
बाहर लग रहे चार्जिंग प्वाइंट स्टेशन पर कमर्शियल बिजली की सप्लाई होती है और उम्मीद है कि दिन-प्रतिदिन बढ़ते बिजली बिल के वजह से इलेक्ट्रिक वाहनों का चार्ज करना भी महंगा हो जाएगा जिसके वजह से भविष्य में बैटरी चलित गाड़ियां फिर से महंगाई के इस दौर में शामिल हो सकती हैं जहां निजात के लिए लोग पेट्रोल डीजल से हटकर इलेक्ट्रिक वाहन ले रहे हैं.
भारत में हाइड्रोजन हो सकता है ज्यादा सफल.
भारत में हाइड्रोजन से चलने वाली गाड़ियों के ऊपर लगातार एक्सपेरिमेंट किया जा रहा है और उम्मीद जताया जा रहा है कि भारतीय सड़कों पर सबसे बेहतर हाइड्रोजन गाड़ियां किफायती और सुरक्षित हो सकती हैं. इस को बढ़ावा देने के लिए मंत्रालय ने पहले ही कंपनियों को प्रोत्साहन देना शुरू कर दिया है और टोयोटा के तरफ से सैंपल गाड़ियां भाग के सड़कों पर हाइड्रोजन के साथ दौड़ रही हैं.