भारत से सऊदी फ़्लाइट सेवा के नए मसौदे सरे हो गए हैं. हेल्थ सेक्टर से जुड़े कामगारों के लिए सऊदी की डिरेक्ट फ़्लाइट सेवा अब उपलब्ध होगी और वही धार्मिक यात्राओं की भी अनुमती जारी हो गयीं हैं.
भारत और सऊदी अरब सरकार ने कोरोना को लेकर हज के लिए नई गाइडलाइन तैयार की है। जिसके तहत हज यात्रा महंगी तो हुई है, साथ ही कई नई दरें भी जोड़ दी गई हैं। गाइडलाइन के मुताबिक पहली बार हज यात्रियों से वीजा फीस भी ली जाएगी। वीजा फीस के तौर पर प्रत्येक हज यात्री को 300 सऊदी रियाल देना होगा। इस हिसाब से प्रत्येक हज यात्री से लगभग छह हजार रुपए अधिक लिये जाएंगे। केंद्रीय हज कमेटी की ओर से जारी गाइडलाइन के अनुसार हज यात्रियों का ट्रांसपोर्टिंग चार्ज भी बढ़ा दिया गया है।
वैट पांच से बढ़ाकर किया गया 15 प्रतिशत :
हज कमेटी के मुताबिक सऊदी अरब सरकार ने वैट की दर में भी इजाफा कर दिया है। वैट पांच से बढ़ाकर 15 प्रतिशत कर दिया गया है। दूसरी ओर सऊदी में इस बार कोरोना की वजह से बसों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा। इस कारण किराया ज्यादा देना होगा। इस बार एक बस में एक जगह से दूसरी जगह 45 के बजाय 15 यात्री ही सफर करेंगे। इस वजह से किराये का खर्च तीन गुना अधिक होगा।
फ्लाइट मिस करने पर 25 हजार लगेगा जुर्माना : 2021 के लिए
हज यात्रा के लिए चयनित हज यात्री अगर निर्धारित की गई तिथि में अपना फ्लाइट मिस करते हैं तो उन्हें जुर्माना भरना होगा। जुर्माने के तौर पर उनसे 25 हजार रुपए लिया जाएगा। वहीं, अगर कोई यात्री अपना आवेदन निरस्त कराता है तो उसके लिए पैसा देना होगा। 31 मार्च तक आवेदन निरस्त करने पर 1000 रुपये, एक अप्रैल से 30 अप्रैल तक निरस्त करने पर 5000 रुपये काटे जाएंगे।
अजीजिया में 3.75 व ग्रीन कैटोगरी में 5.25 लाख लगेंगे :
कोरोना काल के कारण अब सभी सफर पर महंगाई की मार पड़ी है। इस का असर हज के सफर पर भी पड़ा है। साल 2021 में अजीजिया कैटोगरी में सफर करने वालों से 3.75 लाख लिये जाएंगे, जो कि पिछले साल के मुकाबले में 1.20 लाख रुपए अधिक है। वहीं ग्रीन कैटोगरी में सफर करने वालों से 5.25 लाख रुपए लिये जाएंगे।
3 दिन पहले होगा कोरोना टेस्ट :
हज यात्रा पर जाने के तीन दिन पहले हज यात्री को कोरोना टेस्ट कराना अनिवार्य होगा। अगर जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो हज यात्रा निरस्त हो जाएगी। कोरोना की वजह से हज की अवधि भी 40 दिन से घटाकर 30 से 35 दिन की कर दी गई है।
गंभीर बीमारी वाले भी नहीं जाएंगे। कोरोना महामारी की वजह से गर्भवती महिलाएं, लीवर, कीडनी, कैंसर, हृदय रोगियों को हज यात्रा पर जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।GulfHindi.com