पंजीकृत एजेंटों के माध्यम से ही विदेश जाएं
खाड़ी देशों में भारतीय कामगार भारी मात्रा में काम करने जाते हैं। इसके बावजूद भी पंजीकृत एजेंटों की संख्या काफी कम है जिसकी वजह से कामगारों के साथ फ्रॉड होता है। कामगारों को सलाह दी जाती है कि खाड़ी देशों में काम पर जाए तो अपने एजेंट और काम की सत्यता की जांच जरूर करें। इसके साथ अगर कोई ज्यादा सैलरी का लालच देता है तो उसके झांसे में न आएं। इसी तरह के झांसे में एक व्यक्ति को फंसा लिया गया है।
ज्यादा पैसे का लालच देकर एजेंटों ने बुरी तरह फंसा दिया
बताते चलें कि मुरैना निवासी सुल्तान (34) पुत्र मुन्नालाल जाटव को ज्यादा पैसे का लालच देकर एजेंटों ने बुरी तरह फंसा दिया है। यहां परिजन और बच्चे चिंता से बेहाल हो रहे हैं। जगह जगह मदद की गुहार लगा रहे हैं।
क्या है मामला?
मिली जानकारी के अनुसार पीड़ित उड़ीसा के गैस प्लांट में मजदूरी करता था। लेकिन ज्यादा पैसे का लालच देकर उसे दो एजेंटों ने ओमान के मस्कट ले जाकर फंसा दिया। वहां उसे समीम खां नाम के व्यक्ति के हवाले कर दिया गया। पीड़ित को खाना भी नहीं दिया गया।
घरवाले हुए बेहाल
घरवालों के इसकी जानकारी मिलते ही होश उड़ गए।
मंगलवार को सुल्तान की पत्नी सीमा जाटव ने इस मामले की जानकारी पुलिस को दी है। पीड़ित की पत्नी ने बताया कि उसके पति को ओमान में बंधक बना लिया गया है। दो एजेंटों ने फंसाकर उसे दूसरे दलाल के हवाले कर दिया है और वहां पर उसे खाना पानी नहीं दिया जा रहा है।
यह भी कहा गया है कि पीड़ित के छोटे छोटे बच्चे हैं। अरुण (12), रागिनी (02) व लवकुश (छह महीने) हैं।
वीजा पासपोर्ट छीनकर एक गराज में बंद कर दिया
पीड़ित ने बताया कि उसका वीजा पासपोर्ट छीनकर एक गराज में बंद कर दिया गया है। उसके साथ एक बिहार, एक गुजरात, एक उड़ीसा और एक पश्चिम बंगाल के लोग भी कैद है।