Indian expat died in oman.
मुस्कट में 13 मई को Nambi Rajesh की मौत की खबर से उनके परिवार को बड़ा झटका लगा। एयर इंडिया एक्सप्रेस ने ई-मेल के माध्यम से परिवार को सूचित किया कि वे राजेश की मौत के लिए जिम्मेदार नहीं हैं और मुआवज़ा नहीं देंगे।
पत्नी अमृथा की दर्दनाक कहानी
करमाना के निवासी 40-वर्षीय राजेश की मौत उनके कार्यस्थल पर हुई, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनकी पत्नी अंतिम समय में उनके साथ नहीं हो सकीं क्योंकि उनकी फ्लाइट एयर इंडिया एक्सप्रेस के केबिन क्रू की हड़ताल के कारण रद्द हो गई थी।
दो दिन तक टिकट के लिए संघर्ष
उनकी पत्नी, अमृता दो दिनों तक टिकट पाने में असफल रहीं। परिवार का दावा है कि एयर इंडिया एक्सप्रेस ने टिकट की रिफंडिंग से भी इनकार कर दिया, जिससे उनकी यात्रा रद्द हो गई।
कंपंसेशन की मांग और कानूनी कार्रवाई
अमृथा ने एअरलाइंस को लिखे अपने पत्र में मुआवज़े की मांग की, उनका दावा है कि अगर वह अस्पताल में अपने पति के साथ होतीं तो शायद उनके पति की जान बचाई जा सकती थी। उनके दो छोटे बच्चे हैं, पांच और तीन साल के।
अमृता ने बताया अपनी आर्थिक स्थिति
“मैं एक छात्रा हूँ। मैं हमारे बच्चों की शिक्षा कैसे कराऊं? मेरे पास घर का किराया देने के पैसे नहीं हैं। मैं अपने पति को उनकी ज़रूरत के समय सहयोग नहीं कर पाई। एअरलाइंस को मेरे पति की मौत की ज़िम्मेदारी लेनी चाहिए। मैं एयर इंडिया एक्सप्रेस के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करूंगी,” अमृता ने कहा।