सऊदी अरब में एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद मौत की सजा प्राप्त केरल के मूल निवासी अब्दुल रहीम को बचाने के लिए केरलवासियों ने 33 करोड़ रुपये की ब्लड मनी जुटाई। यह राशि रियाद में उस परिवार को दी गई, जिसने रहीम के खिलाफ हत्या का आरोप लगाया था।
वैश्विक केरल समुदाय की पहल
दुनिया भर में फैले केरलवासियों ने दिखाया कि समुदाय की ताकत क्या होती है। उन्होंने न केवल वित्तीय रूप से, बल्कि नैतिक रूप से भी एक-दूसरे का साथ दिया। इस सहायता से रहीम की भारत वापसी सुनिश्चित हुई, जो कि 18 साल बाद संभव हो पाई।
अंतिम क्षणों का ड्रामा
केरलवासियों ने अभियान को तेज करते हुए चार दिनों में बाकी की राशि जुटाई। यदि वे समय से पहले यह राशि जुटाने में असफल हो जाते, तो 16 अप्रैल के बाद रहीम को किसी भी समय फांसी दी जा सकती थी।
कानूनी पहलू
सऊदी कानून के तहत, पीड़ित परिवार यदि चाहे तो दोषी व्यक्ति की फांसी की सजा को रोक सकता है। इसके लिए ब्लड मनी का भुगतान एक मान्य प्रक्रिया है। इस मुद्दे पर पुनर्विचार करने वाले परिवार ने अंततः रहीम के लिए दया दिखाई और उसे मृत्युदंड से राहत दिलाई।