बड़ी संख्या में भारतीय कामगार काम करने के लिए खाड़ी देशों में जाते हैं। लेकिन कहीं पर ऐसी घटनाएं सामने आती है जिनमें वहां काम के बदले में बंदी बनाकर रख लिया जाता है और जबरदस्ती काम कराया जाता है। कुछ इसी तरह की घटना निर्मल जिले के रहने वाले 51 वर्षीय नामदेव राठौर के साथ हुई है।
नियोक्ता बंदी बनाकर जबरदस्ती कराता था काम
इस मामले में यह जानकारी दी गई है कि पीड़ित को उसका नियोक्ता जबरदस्ती डेजर्ट में ऊंट चराने के लिए भेजता था। इसी साल अगस्त में उन्होंने अपना वीडियो अपनी पत्नी को भेजा था और अपनी दास्तान सुनाई थी। उन्हें कुवैत में देखभाल की नौकरी देने का वादा किया गया था लेकिन सऊदी में जबरदस्ती काम कराया जा रहा था।
उनकी पत्नी ने तुरंत यह जानकारी Protector of Emigrants (POE) को दी। तमाम अधिकारियों की मदद से उन्हें भारत सुरक्षित लाया जा चुका है। वह 1 अक्टूबर 2024 को हैदराबाद के Rajiv Gandhi International Airport पर आकर बेहद खुश थे। उन्हें एक नया जीवन मिला है।