डेढ़ करोड़ रुपए की लॉटरी हांथ से फिसल रही
आपने भी बुजुर्गों को यह बात कहते सुना होगा कि आपकी किस्मत में को है उसे आपसे कोई छीन नहीं सकता और जो नहीं है उसे कोई शक्ति आपके दामन में नहीं डाल सकती। यही कहावत गोलेवाला गांव के 44 वर्षीय कर्मजीत सिंह नामक निवासी पर सही होते दिख रही है।
दरअसल, कर्मजीत सिंह को डेढ़ करोड़ रुपए की लॉटरी लगी है। यह बेहद ही खुशी की बात है लेकिन तकलीफ यह है कि उन्होंने जरा सी लापरवाही के कारण टिकट को खो दिया है।
कर्मजीत सिंह ने एजेंट पर लगाया फ्रॉड का आरोप
कर्मजीत सिंह ने एजेंट पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि वह तीन चार सालों से लॉटरी की टिकट खरीद रहे हैं। इस दौरान उन्हें 100 से लेकर 6000 रुपए तक के ईनाम भी मिले हैं।
उन्होंने नागालैंड स्टेट लाॅटरी का टिकट खरीदा था। टिकट नंबर 841805 खरीद कर उन्होंने अपना नाम और पता लिखाया। 22 जून को सुबह जब वह लॉटरी के बारे में पता करने गए तो उन्हें पता चला कि उनकी लॉटरी नहीं लगी है। तब उन्होंने दुकान के काउंटर पर ही टिकट छोड़ दिया और वापस घर लौट आएं।
टिकट नंबर 841805 पर निकल गई लॉटरी
लेकिन बाद में पता चला कि उनकी लॉटरी निकल गई थी। उन्होंने एजेंट पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है। एजेंट का कहना है कि उसने टिकट को कचरे में फेंक दिया है। नियम के अनुसार बिना टिकट के केवल नाम और पते के आधार पर लॉटरी की रकम नहीं दी जा सकती। लॉटरी का असली दावेदार वही होगा जिसके पास लॉटरी की टिकट होगी।