खाड़ी देशों में काम करने के लिए भारत से बड़ी संख्या में कामगार जाते हैं। घरेलू कामगार के तौर पर वहां काम करने जाने वाले भारतीयों के साथ कई बार बदसलूकी के मामले सामने आते हैं। हाल ही में एक इसी तरह का मामला सामने आया है जिसमें पंजाब के रहने वाले एक महिला को ओमान के मस्कट में बंदी बना लिया गया था।
ट्रैवल एजेंट के द्वारा की गई थी धोखाधड़ी
मामले में अधिकारियों के द्वारा यह जानकारी दी गई है कि ट्रैफिक एजेंट के द्वारा महिला के साथ धोखाधड़ी की गई थी। महिला ने अपने घर की आर्थिक तंगी को ठीक करने के लिए काम करने का फैसला लिया था और वह काम करने के लिए ओमान चली गई थी। जिस ट्रैवल एजेंट ने उन्हें ओमान भेजा था वह उनके रिश्तेदार ही थे। रिश्तेदार ने महिला को एक हजार रियाल यानी कि करीब 2 लाख रुपए में बेच दिया था।
बताया गया कि महिला किसान ट्रैवल एजेंट नहीं धोखाधड़ी कर दी जिसके पास उनके पति ने राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल से संपर्क कर मामले में मदद मांगी। राज्यसभा सदस्य ने इस मामले में मदद की और महिला सुरक्षित अपने घर पहुंच चुकी हैं। कामगारों को इस मुश्किल से बचने के लिए इस तरह के फ्रॉड एजेंटों के खिलाफकार्यवाही जरूरी है।