पटना में इंडिगो एयरलाइंस के स्टेशन मैनेजर रुपेश सिंह की बेरहमी से की गई हत्या से स्तब्ध हूं । वो बहुत ही अच्छे और मिलनसार व्यक्ति थे। पटना आने जाने के दौरान उनसे मुलाकात होती थी। उनकी नृशंस हत्या से बहुत दुख पहुंचा है । पुलिस जल्द से जल्द अपराधियों की तलाश करे और सजा दिलाए।
-शाहनवाज़
शाम लगभग सात बजे का समय उनके जीवन का काला अध्याय तब बन गया जब शूटरों ने उनकी ह” त्या कर दी। ऐसे में अपार्टमेंट के गेट पर ही नीतू का सुहाग उजड़ गया।
पति को देखकर उनका कलेजा चाक हो गया और जोर से चिल्लाने के बाद वह बेसुध होकर गिर पड़ीं। पड़ोसियों ने उन्हें संभाला और आनन-फानन में उन्हें राजाबाजार स्थित अस्पताल ले गये। जहां वह पति के शव से लिपटकर चीख रहीं थीं। हर कोई उन्हें ढांढ़स बंधा रहा था, लेकिन उनके आंसू थम नहीं रहे थे। रुकते भी कैसे, जो उनकी दुनियां उजड़ गई है।
बच्चे चीख रहे थे कहां गये पापा…
घटना के बाद मैनेजर के बच्चे बार-बार यही कह कर चीख रहे थे कि आखिर कहां गये पापा। उन्हें क्या हो गया। कोई कुछ क्यों नहीं बता रहा। मम्मी कहां हैं। इसको लेकर मैनेजर के दोनों बच्चे पूरी तरह से बदहवाश थे। घटना के बाद उन्हें पड़ोसी अपने कमरे में रखे हुये थे। कोई उन्हें बाहर निकलने नहीं दे रहा था।
सेंट जेवियर्स में पढ़ते हैं बच्चे
पारिवारिक सूत्रों की मानें तो मैनेजर को दो ही बच्चे हैं। बेटी आराध्या बड़ी है जो कि कक्षा चार में पढ़ती है जबकि बेटा अक्षत एलकेजी का छात्र है। मैनेजर अपनी बेटिया को टिनटिन भी कहकर बुलाते थे।