दुर्गा पूजा की छुट्टियां खत्म होने के बाद कोलकाता के सुभाष चंद्र बोस इंटरनेशनल एयरपोर्ट जिसे दम-दम एयरपोर्ट भी कहा जाता है उस पर यात्रियों की भारी भीड़ देखने को मिली। एयरपोर्ट अधिकारियों के द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, 4 और 5 अक्टूबर को लगभग 2 लाख यात्री कोलकाता से वापस लौटे हैं। छह दिवसीय अवधि (पंचमी से विजय दशमी तक) में लगभग 3.6 लाख यात्री एयरपोर्ट से आए और गए।
एयरपोर्ट पर विशेष व्यवस्थायें लागू
वापसी के लिए कुल 67,489 यात्री एयरपोर्ट पहुंचे, इनमें से 64,630 घरेलू और 2,859 अंतरराष्ट्रीय यात्री थे। 6 अक्टूबर को एयरपोर्ट ने 28,577 घरेलू आगमन और 27,431 घरेलू प्रस्थान हुए। इसके साथ ही 3,210 अंतरराष्ट्रीय आगमन और 2,946 अंतरराष्ट्रीय प्रस्थान को संभाला। 5 अक्टूबर को घरेलू यात्री गतिविधि सबसे अधिक थी जिसमें 30,170 आगमन और 30,220 प्रस्थान हुए। अंतरराष्ट्रीय यात्री 5 अक्टूबर को 3,716 आगमन और 3,793 प्रस्थान थे। 4 अक्टूबर को 28,360 घरेलू आगमन और 28,987 घरेलू प्रस्थान और 4,119 अंतरराष्ट्रीय आगमन और 3,164 अंतरराष्ट्रीय प्रस्थान दर्ज किए गए। बढ़ती भीड़ को देखते हुए एयरपोर्ट अधिकारियों ने दो दिन और दो रात तक विशेष व्यवस्थायें लागू कीं ताकि यात्री सुविधा बनी रहे और व्यवधान कम हो। इस कारण टैक्सी स्टैंड और बस स्टॉप पर भीड़ देखी गई।
कोलकाता एयरपोर्ट को मिलेगा नया विस्तार
कोलकाता एयरपोर्ट वर्तमान में एक मॉडर्न इंटीग्रेटेड टर्मिनल (T2) के माध्यम से उच्च यात्री संख्या संभालता है। ये घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों संचालन के लिए है। यह L-आकार का टर्मिनल है जिसका 2013 में उद्घाटन हुआ था, 128 चेक-इन काउंटर, 78 इमिग्रेशन डेस्क और 18 एरोब्रिज से सुसज्जित है।
तेज़ बढ़ते यात्री ट्रैफ़िक को संभालने के लिए, एयरपोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) ने पिछले साल बहु-चरणीय विस्तार योजना शुरू की है, जिससे वर्तमान वार्षिक क्षमता 26 मिलियन से बढ़ाकर 45 मिलियन तक 2033 तक किया जा सके। योजना में वर्तमान टर्मिनल का मॉड्यूलर विस्तार, पुराने घरेलू टर्मिनल का उन्मूलन और नया U-आकार टर्मिनल (T3) निर्माण, और विमान पार्किंग वे को बढ़ाना है। नया टर्मिनल चालू होने के बाद, T2 केवल घरेलू उड़ानों के लिए ही होगा, जबकि नया T3 घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों उड़ानों को संभालेगा और कोलकाता को पूर्वी भारत का एक प्रमुख एयरवेज हब बनाने में मदद करेगा।




