सऊदी अरब के क्रॉउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान हमेशा से सऊदी अरब को एक आधुनिक अरब देश बनाने के पक्षधर रहे हैं और वह इस विजन के साथ सऊदी को 2030 में दुनिया के आधुनिकतम देशों के साथ खड़ा देखता रहना चाह रहे हैं. सऊदी अरब के क्रॉउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने कई मूलभूत बदलाव सऊदी अरब के रूढ़िवादी विचारधाराओं से हटकर किया है.
जैसे कि महिलाओं को ड्राइविंग की इजाजत देना, महिलाओं को कई प्रकार के अन्य आजादी के साथ-साथ कई मूलभूत बदलाव प्रवासी कामगारों को लेकर भी किए हैं. क्रॉउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान या भली-भांति समझते हैं कि किसी देश कि विकास कार्य तभी लिखी जा सकती है जब वहां पर हर प्रकार के टैलेंट के फलने फूलने की जगह हो.
इसी दरमियान सऊदी अरब के क्रॉउन प्रिंस एक बड़े बदलाव को इजाजत दिया है, अब सऊदी अरब में कोई भी प्रवासी चाहे तो 100% हिस्सेदारी के साथ कंपनी खोल सकता है जो कि पहले ऐसा नहीं था. पहले सऊदी अरब में कंपनी खोलने के लिए सऊदी अरब का नागरिक का पार्टनरशिप होना जरूरी था और भी कई प्रकार की पाबंदियां थी जिसे अब खत्म कर दी गई हैं.
अब कोई विदेशी प्रवासी व्यक्ति सऊदी अरब में आकर सऊदी अरब के नियम कानून का पालन करते हुए सऊदी अरब में अपना कंपनी बना सकता है. इसके साथ ही दुनियाभर से इन्वेस्टर सऊदी अरब का रुख कर सकेंगे और सऊदी अरब में टैलेंट की नई जगह लिखी जाएगी.
विदेशी कंपनी कामगारों को नौकरी पर भी रख सकेगी और उनके लिए स्पॉन्सरशिप लेटर भी जारी कर सकेगी इतना ही नहीं सऊदी अरब के ऑनलाइन प्लेटफॉर्म अवसर का इस्तेमाल करते हुए वर्क परमिट और अन्य जरूरी कागजात प्रवासियों को जारी कर सकेगी.
हालांकि सऊदी अरब में अपनी कंपनी बनाने के लिए कितना इन्वेस्टमेंट करना होगा इस बारे में अभी पूरी जानकारी अलिखित सरकारी सूत्रों से नहीं की गई है संभव है कि जल्द ही इसकी पूरी रूपरेखा जारी कर दी जाएगी.