रोहिणी आचार्य ने ट्वीट कर कहा कि कल से रमजान का पाक महीना शुरू हो रहा है. इस साल हमने भी फैसला किया है कि पूरे महीने अपने पापा के सेहतयाबी और सलामती के लिए रोज़े रखूंगी. पापा की हालत में सुधार हो और जल्दी न्याय मिल सके इसकी भी दुआ करूंगी.
पटनाः चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव की तबीयत इनदिनों ज्यादा खराब है. खराब तबीयत की वजह से उन्हें फिलहाल दिल्ली के एम्स में रखा गया है. जहां डॉक्टरों की टीम उनका इलाज कर रही है. इधर, बीमार लालू यादव की सलामती और स्वास्थ्य में सुधार के लिए उनकी बेटी रोहिणी आचार्य ने रोजा रखने का फैसला लिया है. उन्होंने इस बात की जानकारी ट्वीट कर दी है.
ट्वीट कर कही ये बात
उन्होंने ट्वीट कर कहा, ” कल से रमजान का पाक महीना शुरू हो रहा है. इस साल हमने भी फैसला किया है कि पूरे महीने अपने पापा के सेहतयाबी और सलामती के लिए रोज़े रखूंगी. पापा की हालत में सुधार हो और जल्दी न्याय मिल सके इसकी भी दुआ करूंगी. साथ ही मुल्क में अमन चैन हो इसलिए ईश्वर/अल्लाह से कामना करूंगी.
कल से रमज़ान का पाक महीना शुरू हो रहा है! इस साल हमने भी फैसला किया है कि पूरे महीने अपने पापा के सेहतयाबी और सलामती के लिए रोज़े रखूंगी! पापा की हालत में सुधार हो और जल्दी न्याय मिल सके इसकी भी दुआ करूँगी!
साथ ही मुल्क में अमन चैन हो इसलिए ईश्वर / अल्लाह से कामना करूँगी 🙏 pic.twitter.com/yBYyz8V9Oc
— Rohini Acharya (@RohiniAcharya2) April 12, 2021
रोजा रखने को लेकर ट्वीट करने के बाद लोगों ने उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया, जिसका उन्होंने पलटवार किया. रोहिणी ने ट्वीट कर कहा, ” साथ में चैती नवरात्र भी है, मेरे अंदर इनती हिम्मत है कि मैं दोनों पावन पर्व पूरी निष्ठा के साथ पूरा कर सकती हूं. मुझे किसी ज़हरीले परवरिश की नफ़रती सोच से कोई फर्क नहीं पड़ता. आप सभी को चैती नवरात्र की भी हार्दिक शुभकामनाएं.”
इंसा इंसा से नफ़रत कैसा?
एक दूजे धर्म से वैर कैसा?
एक दूजे के आस्था में ही भक्ति है..
इससे बढ़कर नहीं कोई देशभक्ति है!! pic.twitter.com/WnnUCe3X4Q— Rohini Acharya (@RohiniAcharya2) April 12, 2021
बता दें कि इस साल रमजान 12 अप्रैल, दिन सोमवार को शुरू होकर 12 मई तक रहेगा. अगर चांद 12 अप्रैल को चांद नहीं दिखाई देता है, तब पहला रोजा 14 अप्रैल को रखा जाएगा. रमजान का महीना खुद को संयमित और अनुशासित बनाए रखने का नाम है. महीने के आखिरी दस दिनों के दौरान पांच विषम नंबर की रातों में से एक ‘लैलतुल कद्र’ पड़ता है. रमजान का महीना खत्म होने पर ईद का चांद नजर आता है यानी चांद के दिखाई देने की पुष्टि होने पर ईद की तारीख का एलान होता है.