सोशल मीडिया के कारण बदली जिंदगी
सोशल मीडिया के इस्तेमाल से कई लोगों की जिंदगी तबाह होती है तो कई लोगों की जिंदगी बनती है। वास्तव में कोई चीज अच्छी या बुरी नहीं होती हमारी इस्तेमाल और समझने की शक्ति पर किसी भी चीज का अच्छा होना या बुरा होना निर्भर करता है। यूपीसी एक मामला सामने आया है जिसमें सोशल मीडिया का इस्तेमाल एक व्यक्ति के लिए या यूं कहें कि एक परिवार के लिए वरदान साबित हुआ।
खोया हुआ व्यक्ति लौटा घर
बताते चलें कि उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले से ऐसी ही घटना सामने आई है। गोठांव गांव में रहने वाला एक व्यक्ति 35 वर्ष की आयु में एक जून 1996 को गांव से लापता हो गया था। वह बचपन से बोल नहीं पाता था। उसके को जाने के बाद परिजनों ने उसे ढूंढने का खूब प्रयास किया लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। उसे परिजनों ने मृत मान लिया।
सोशल मीडिया से मिली थी जानकारी
लेकिन 3 महीने पहले सोशल मीडिया के माध्यम से पता चला कि वह जीवित है। फिर से उनकी तलाश शुरू कर दी गई। बाद में पता चला कि गायब हुआ व्यक्ति हटवा गांव के प्रधान शिवेंद्र सिंह के यहां रह रहा था। पीड़ित के परिजन प्रधान के घर पहुंचे और उसे जिंदा देख खुशी से फूल गए। सभी लोग अब खुश हैं और उनकी सलामती पर ऊपर वाले का शुक्रिया कर रहे हैं।