सऊदी अरब ने जेद्दाह टावर का निर्माण काम दोबारा शुरू कर दिया है। यह टावर दुनिया की सबसे ऊंची इमारत बनने की तैयारी में है। इसका काम साल 2013 में शुरू हुआ था, लेकिन राजनीतिक और पैसों की दिक्कतों की वजह से कई सालों से रुका हुआ था। अब फिर से इसका निर्माण शुरू हो गया है और यह दुनिया भर में चर्चा का विषय बना हुआ है।
इस समय दुनिया की सबसे ऊंची इमारत दुबई, संयुक्त अरब अमीरात में स्थित बुर्ज खलीफा है, जिसकी ऊंचाई 828 मीटर है। लेकिन अब सऊदी अरब का जेद्दाह टावर इस रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए तैयार है। रिपोर्ट्स के अनुसार, यह नई गगनचुंबी इमारत 1000 मीटर से ज्यादा ऊंची होगी। इस परियोजना की अनुमानित लागत 2.6 अरब डॉलर (करीब 21,000 करोड़ रुपये) बताई जा रही है।
जाने-माने आर्किटेक्ट एड्रियन स्मिथ द्वारा डिजाइन किया गया जेद्दाह टावर सिर्फ अपनी ऊंचाई की वजह से ही नहीं, बल्कि अपने खास मल्टीपर्पज़ डिजाइन के लिए भी खास होगा। इस इमारत में लग्जरी रेजिडेंशियल फ्लैट्स, फोर सीज़न्स होटल, ऑफिस स्पेस, और शॉपिंग सेंटर भी शामिल होंगे। इसके बन जाने के बाद यह टावर न सिर्फ सऊदी अरब की स्काईलाइन को बदल देगा, बल्कि देश में पर्यटन और व्यापार को भी नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएगा।
इस परियोजना की दोबारा शुरुआत को इस बात के संकेत के रूप में भी देखा जा रहा है कि सऊदी अरब एक बार फिर निवेशकों का भरोसा जीत रहा है, खासकर ऐसे समय में जब देश को तेल भंडार में कमी जैसी दीर्घकालिक चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। जेद्दाह टावर, सऊदी अरब के Vision 2030 का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य देश की आर्थिक विविधता को बढ़ाना है ताकि वह तेल पर निर्भरता कम कर सके।
इसी बीच भारत और सऊदी अरब के बीच मजबूत होते रिश्तों को दिखाते हुए, भारत के केंद्रीय स्वास्थ्य, रसायन और उर्वरक मंत्री जे. पी. नड्डा ने हाल ही में दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर सऊदी अरब का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने सऊदी अरब के उद्योग और खनिज संसाधन मंत्री बंदर बिन इब्राहिम अल खोरेफ से मुलाकात की, जिससे दोनों देशों के बीच सहयोग को और मजबूती मिली है।