इन दिनों हर जगह यही बहस चल रही है कि Nifty ने बॉटम बना लिया है या नहीं। लेकिन सच कहें, तो ये बहस बेकार है। शेयर बाजार का इंडेक्स (जैसे Nifty या Sensex) हमेशा पूरी अर्थव्यवस्था या किसी सेक्टर की असली स्थिति को सही तरीके से नहीं दर्शाता। इसलिए, सिर्फ इंडेक्स के मूवमेंट के आधार पर निवेश की रणनीति बनाना गलत हो सकता है।
हर सेक्टर की चाल अलग होती है
जब पिछले 6 महीनों से बाजार मंदी में था, तब क्या हेल्थकेयर कंपनियों का बिजनेस कमजोर हुआ? बिल्कुल नहीं। इसका मतलब है कि अगर आपने हेल्थकेयर सेक्टर के अच्छे स्टॉक्स खरीद रखे हैं, तो बेचने की जरूरत नहीं है।
अब अगर हम कैपिटल गुड्स सेक्टर की बात करें, तो इसमें कुछ हिस्सों में मंदी का असर हो सकता है। ऐसे स्टॉक्स की समीक्षा करनी चाहिए और जरूरत हो तो पोर्टफोलियो से हटाने का विचार करना चाहिए क्योंकि कैपिटल गुड्स का निवेश चक्र लंबा होता है और मंदी का असर लंबे समय तक रह सकता है।
क्या सही समय पर खरीद-फरोख्त करना संभव है?
बाजार में सबसे बड़ी गलती जो नए और अनुभवी निवेशक भी करते हैं, वो है बाजार को टाइम करने की कोशिश।
कोई भी यह 100% सटीकता से नहीं कह सकता कि Nifty कब बॉटम बनाएगा। कई स्टॉक्स तो Nifty के गिरने से पहले ही गिरना शुरू कर देते हैं और कई स्टॉक्स Nifty के बॉटम बनने से पहले ही रिकवरी करने लगते हैं।
उदाहरण के लिए, Kotak Mahindra Bank को देखें। जब पूरे बाजार में गिरावट थी, तब भी इस बैंक के शेयरों ने अच्छा प्रदर्शन किया। लेकिन पिछले 5 सालों में इसका प्राइस एक दायरे में ही घूमता रहा है। इसका मतलब यह हो सकता है कि Kotak Bank पहले ही बॉटम बना चुका है और बाजार के सुधरते ही यह एक लीडर बन सकता है।
क्या अब निवेश करने का सही समय है?
Nifty अब तक 15% से ज्यादा गिर चुका है, जिससे यह संभावना बढ़ जाती है कि बाजार अपने बॉटम के करीब है। हालांकि, ध्यान रहे कि यहां “संभावना” (Probability) की बात हो रही है, पक्की गारंटी नहीं है।
इसलिए, टाइमिंग के चक्कर में पड़ने की बजाय उन कंपनियों पर ध्यान दें, जिनका बिजनेस मजबूत है और जो भविष्य में ग्रोथ दिखा सकती हैं।
आज के टॉप स्टॉक्स: मजबूत प्रदर्शन और अपसाइड पोटेंशियल
डेटा सोर्स: Stock Reports Plus (13 मार्च 2025)
कंपनी का नाम | लेटेस्ट स्कोर | 1 माह पहले का स्कोर | सिफारिश (Reco) | एनालिस्ट काउंट | अपसाइड पोटेंशियल (%) | इंस्टीट्यूशनल स्टेक (%) | मार्केट कैप (₹ करोड़) |
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Aditya Birla Real Estate | 4 | 2 | Strong Buy | 4 | 66% | 21.6 | 20,178 |
UNO Minda | 8 | 7 | Buy | 16 | 32% | 18.5 | 49,441 |
Macrotech Developers | 8 | 7 | Buy | 16 | 32% | 19.0 | 107,838 |
Larsen and Toubro | 7 | 6 | Buy | 31 | 27% | 48.4 | 439,217 |
Power Grid Corp of India | 7 | 6 | Buy | 21 | 22% | 32.5 | 248,419 |
L&T Technology Services | 7 | 6 | Hold | 27 | 15% | 15.4 | 46,529 |
Indian Hotels Company | 9 | 8 | Buy | 23 | 14% | 32.5 | – |
क्या निवेशकों को अब खरीदारी करनी चाहिए?
- अगर आप लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टर हैं, तो गिरावट में SIP जारी रखें।
- मजबूत फंडामेंटल्स वाली कंपनियों में निवेश करें, जिनका बिजनेस मॉडल सही है और जिनका मैनेजमेंट भरोसेमंद है।
- बाजार को टाइम करने के बजाय धीरे-धीरे निवेश करें, ताकि जोखिम कम हो।
और अंत में:
- Nifty का बॉटम कहां बनेगा, यह कोई नहीं जानता, लेकिन गिरावट के समय अच्छी कंपनियों में निवेश करना सही रणनीति हो सकती है।
- सिर्फ इंडेक्स के मूवमेंट को देखकर निवेश का फैसला लेना गलत हो सकता है।
- टॉप स्टॉक्स की पहचान करें और लंबी अवधि की सोच के साथ निवेश करें।