देशभर में पेट्रोल के दामों में दोबारा से कमी जल्द ही देखने को मिलेगी. देशभर में E20 पेट्रोल को पेट्रोल पंप पर उपलब्ध कराया जाना शुरू कर दिया गया है जिसके तहत आपको संस्था पेट्रोल का तोहफा जल्द ही मिलने वाला है. इस पोस्ट में हम लोग विस्तृत रूप से E20 पेट्रोल के बारे में जानेंगे और उसके फायदे और नुकसान की भी चर्चाएं करेंगे.
पेट्रोल में हो रहा है मिश्रण.
अब देश भर के पेट्रोल पंप पर आपको केवल शुद्ध पेट्रोल नहीं मिल रहा है बल्कि उसमें 20% एथेनॉल इसका मिलावट करके आपको मुहैया कराया जा रहा है. जो आप 1 लीटर पेट्रोल के दाम अब दे रहे हैं वह केवल 80% शुद्ध पेट्रोल और 20% एथेनॉल को जा रहा है. इस 20% एथेनॉल मिश्रण को ही E20 पेट्रोल कहा जा रहा है.
मौजूदा समय में भी मिलावट वाला पेट्रोल ही बिक रहा है.
अभी हर पेट्रोल पंप पर आपको महज 90% शुद्ध पेट्रोल और 10% एथेनॉल का मिलावटी पेट्रोल ही मिल रहा है. अब इसे 20% बढ़ाकर नए लक्ष्य की ओर ले जाया जा रहा है.
केवल इथेनॉल से अब दौड़ रही गाड़ियाँ
एथेनॉल के इस्तेमाल के मामले में ब्राजील एक सफल उदाहरण है। जहां पर लगभग 40 प्रतिशत गाड़ियां 100 फीसदी एथनॉल से चलती हैं। बाकी गाड़ियां भी 30-40 फीसदी एथेनॉल मिला ईंधन उपयोग कर रही हैं। स्वीडन और कनाडा में भी एथनॉल पर गाड़ियां चल रही है। कनाडा में एथनॉल के इस्तेमाल पर सरकार की तरफ से सब्सिडी भी दी जा रही है। इसलिए विशेषज्ञ मान रहे हैं कि भारत में उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, हरियाणा समेत अन्य राज्य गन्ना पैदा करते हैं, जो एथेनॉल का मुख्य स्त्रत्तेत है।
● क्या आम उपभोक्ता को पेट्रोल घटी दर पर मिलेगा?
एथनॉल व कच्चे तेल पर टैक्स अलग-अलग है। ऐसे में उपभोक्ता को एथनॉल पर टैक्स कम होने का लाभ मिलता है। इससे पेट्रोल की कीमत में कमी आती है।
● क्या बीएस-3 बीएस-4 व बीएस-6 वाहन के इंजन पर एथनॉल की मात्रा बढ़ाने का असर होगा?
करीब सभी कंपनियां बॉयो फ्यूल इंजन वाली गाड़ियां बना रही हैं। ऐसे में एथनॉल की मात्रा बढ़ने से इंजन पर कोई असर नहीं पड़ता है।
● क्या वाहन की कार्यक्षमता या माइलेज पर कोई असर पड़ेगा?
गाड़ी का इंजन बॉयो फ्यूल के लिए डिजाइन किया गया है, इसलिए कार्यक्षमता और माइलेज पर कोई खास असर नहीं पड़ता है।
● फ्लेक्स फ्यूल इंजन कब तक वाहनों में लगने लगेंगे?
फ्लेक्स फ्यूल इंजन में अभी वक्त लगेगा। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने अक्तूबर, 2022 में पहली फ्लेक्स फ्यूल कार की शुरुआत की थी। इसके बाद ऑटो एक्पो में भी कई कंपनियों ने अपनी फ्लेक्स फ्यूल मॉडल पेश किए थे।
● फ्लेक्स फ्यूल इंजन क्या पुरानी गाड़ी में फिट हो सकेंगे?
हर गाड़ी के इंजन का डिजाइन अलग होता है। पुरानी गाड़ियों में फ्लेक्स फ्यूल इंजन फिट करना मुश्किल है। पर कुछ बदलावों से ऐसा किया जा सकता है।
● फ्लेक्स इंजन में किस-किस किस्म के ईंधन का प्रयोग हो सकेगा।
पेट्रोल के साथ-साथ एथनॉल, सीएनजी, बायो-एलएनजी और इलेक्ट्रिक पॉवर। फ्लेक्स फ्यूल इंजन वाले वाहनों के टैंक में कई तरह के ईंधन डाल सकते हैं। वाहन को पेट्रोल, पेट्रोल व एथेनॉल के किसी भी अनुपात के मिश्रण या शुद्ध एथनॉल से चलाया जा सकता है।
● क्या मिश्रित एथनॉल के अलावा सामान्य पेट्रोल भरवाने का विकल्प उपभोक्ता को मिलेगा
ऐसा करना मुश्किल है, क्योंकि इससे पेट्रोल पंप पर भ्रम की स्थिति पैदा हो सकती है। इसलिए सभी पंपों पर एथेनॉल मिक्स ईंधन उपलब्ध है।
● क्या एथनॉल से इंजन या वाहन के अन्य पुर्जों पर पड़ने वाले असर के बारे में उपभोक्ताओं को जागरूक किया जाएगा।
ऊर्जा विशेषज्ञ नरेंद्र तनेजा का कहना है कि एथनॉल से इंजन या वाहन के अन्य पुर्जो पर कोई खास असर नहीं पड़ता है।