बिहार के मोतिहारी जिले में जहरीली शराब पीने की वजह से मरने वालों की संख्या 26 हो गई है वही 20 लोगों का इलाज अभी अस्पतालों में चल रहा है और उनकी स्थिति कुछ कहीं नहीं जा सकती है ।  इस पूरे मामले में 80 लोगों को गिरफ्तार किया गया है वही ही 11 पुलिसकर्मियों को भी कार्यवाही का सामना करना पड़ा है ।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नया फरमान. 

मीडिया से वार्तालाप करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा है कि जिन लोगों की भी मृत्यु जहरीली शराब पीने के वजह से हुई है उनके परिवार को लिखित में देना होगा कि वह शराब बंदी के पक्ष में है और वह लोग शराब पीने के खिलाफ में है तब जाकर सरकार उनकी मदद करेगी. मदद के तौर पर बिहार सरकार यह सारे शर्त मानने वाले परिवार जनों को ₹400000 मुहैया कराएगी जो कि मुख्यमंत्री राहत कोष से दिया जाएगा.

सोशल मीडिया पर इस को लेकर कई प्रकार की टिप्पणियां शुरू हो गई हैं. 

कुछ लोगों का कहना है कि शराबबंदी करने के साथ-साथ शराब तस्करी को रोकना भी सरकार का काम है जिसमें सरकार खुद विफल रही है और उसके बाद इस तरीके के आदेश समझ से बाहर है.

एक टि्वटर यूजर ने इसी बाबत लिखा है कि यह सरकार की विफलता है और इसे जिम्मेदारी पूर्वक सरकार को स्वीकार करना चाहिए कंपनसेशन इसके बाद का पक्ष है.

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बिहार से हूँ। बिहार होने पर गर्व हैं। फर्जी ख़बरों की क्लास लगाता हूँ। प्रवासियों को दोस्त हूँ। भारत मेरा सबकुछ हैं। Instagram पर @nyabihar तथा lov@gulfhindi.com पर संपर्क कर सकते हैं।

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