New Imigration nonstop falicity india: नई दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल-3 पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को फास्ट ट्रैक इमिग्रेशन – ट्रस्टेड ट्रैवलर प्रोग्राम (FTI-TTP) का उद्घाटन किया।
आधुनिक इमिग्रेशन सुविधा का उद्देश्य
इस पहल का उद्देश्य भारतीय नागरिकों और OCI यात्रियों के लिए अंतरराष्ट्रीय यात्रा को आसान और सुरक्षित बनाना है। यह प्रोग्राम उन्नत इमिग्रेशन सुविधाओं के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए एक तेज और सुरक्षित रास्ता प्रदान करेगा। गृह मंत्री ने कार्यक्रम में कहा, “यह सुविधा सभी यात्रियों के लिए मुफ्त में उपलब्ध होगी।”
प्रोग्राम के चरण
एफटीआई-टीटीपी को दो चरणों में लागू किया जाएगा। पहले चरण में भारतीय नागरिकों और OCI कार्डधारकों को शामिल किया जाएगा और दूसरे चरण में विदेशी यात्रियों को कवर किया जाएगा।
पहले चरण में यह प्रोग्राम दिल्ली एयरपोर्ट के साथ-साथ मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु, हैदराबाद, कोच्चि और अहमदाबाद के सात मुख्य हवाई अड्डों पर भी लॉन्च किया जाएगा।
ऑनलाइन पोर्टल और नोडल एजेंसी
यह प्रोग्राम एक ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से संचालित किया जाएगा और विभिन्न श्रेणियों के यात्रियों के लिए फास्ट ट्रैक इमिग्रेशन की नोडल एजेंसी इमीग्रेशन ब्यूरो होगी।
प्रक्रिया
- आवेदक को पोर्टल पर अपनी जानकारी और आवश्यक दस्तावेजों के साथ रजिस्टर करना होगा।
- वेरिफिकेशन के बाद एक व्हाइट लिस्ट ऑफ ‘ट्रस्टेड ट्रैवलर्स’ तैयार की जाएगी और इसे ई-गेट्स के माध्यम से लागू किया जाएगा।
- ‘ट्रस्टेड ट्रैवलर’ के बायोमेट्रिक्स FRRO कार्यालय में या हवाई अड्डे से गुजरने के दौरान रिकॉर्ड किए जाएंगे।
- टीटीपी रजिस्ट्रेशन पासपोर्ट की वैधता या पांच साल, जो पहले हो, तक मान्य रहेगा और इसके बाद इसे नवीनीकरण किया जाएगा।
- जैसे ही ‘रजिस्टरड पैसेंजर’ ई-गेट्स पर पहुंचता है, वह अपनी बोर्डिंग पास को ई-गेट्स पर स्कैन करेगा।
- यात्री का पासपोर्ट और बायोमेट्रिक्स स्कैन किया जाएगा।
- जब यात्री की पहचान और बायोमेट्रिक सत्यापन हो जाएगा, तो ई-गेट स्वचालित रूप से खुल जाएगा और इमिग्रेशन क्लियरेंस दी जाएगी।
यह प्रोग्राम यात्रियों के लिए एक ज़बरदस्त बदलाव साबित हो सकता है, जिससे उनकी अंतरराष्ट्रीय यात्रा के अनुभव को कहीं बेहतर और सहज बनाया जा सकता है।





