दिल्ली और एनसीआर सोमवार को आतंक की सबसे गंभीर चेतावनी के साए में आ गए जब सुबह हरियाणा के फरीदाबाद में 2,900 किलो विस्फोटक सामग्री और 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट बरामद हुआ, और उसी शाम दिल्ली के लाल क़िला मेट्रो स्टेशन के पास भीषण धमाका हुआ, जिसमें 8 लोगों की मौत और 24 से अधिक घायल हुए। अधिकारियों का कहना है कि दोनों घटनाएँ एक ही आतंकी नेटवर्क की गतिविधियों से जुड़ी हो सकती हैं।
फरीदाबाद के अपार्टमेंट में मिला विस्फोटक का भंडार — 2 डॉक्टर गिरफ्तार, जेके-पुलिस और हरियाणा पुलिस का संयुक्त अभियान
जम्मू-कश्मीर पुलिस और हरियाणा पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन में सोमवार सुबह फरीदाबाद के एक अपार्टमेंट से 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट और करीब 2,900 किलो आईईडी बनाने की सामग्री (केमिकल, डेटोनेटर, तार, टाइमर, रिमोट कंट्रोल, वॉकी-टॉकी आदि) बरामद की गई।
गिरफ्तार आरोपियों में डॉ. मुझम्मिल अहमद गणाई, असिस्टेंट प्रोफेसर (अल-फलाह यूनिवर्सिटी, फरीदाबाद) और डॉ. आदिल अहमद राठर, डॉक्टर (पुलवामा) शामिल हैं। जांच अधिकारियों के अनुसार यह एनसीआर क्षेत्र में हाल के वर्षों की सबसे बड़ी आतंकी बरामदगी है।
फरीदाबाद पुलिस आयुक्त सतेन्दर कुमार गुप्ता ने बताया, “बरामद सामग्री अत्यधिक ज्वलनशील है। प्राथमिक जांच में यह अमोनियम नाइट्रेट प्रतीत हो रहा है, RDX नहीं। ऑपरेशन जारी है।”

आतंकी मॉड्यूल का खुलासा — जैश-ए-मोहम्मद और अंसार ग़ज़वत-उल-हिंद से संबंध, यूपी के सहारनपुर से मिला लिंक
सूत्रों के मुताबिक यह ऑपरेशन जम्मू-कश्मीर पुलिस की सहारनपुर (उत्तर प्रदेश) में की गई कार्रवाई से जुड़ा है, जहाँ डॉ. आदिल राठर की गिरफ्तारी के बाद उसकी निशानदेही पर फरीदाबाद के फ्लैट का पता चला। पुलिस ने बताया कि आरोपियों के पास से एक असॉल्ट राइफल, 83 कारतूस, 20 टाइमर और 24 रिमोट कंट्रोल बरामद किए गए।
जांच में अब तक संकेत मिले हैं कि यह मॉड्यूल प्रतिबंधित संगठनों जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और अंसार ग़ज़वत-उल-हिंद (AGuH) से जुड़ा हुआ था और इसका नेटवर्क जम्मू-कश्मीर से लेकर हरियाणा और दिल्ली तक फैला हुआ था।
शाम को लाल क़िला मेट्रो स्टेशन के बाहर धमाका — अब तक 8 की मौत, 24 घायल; धमाके की तीव्रता बताती है ‘प्रोफेशनल हैंडलिंग’
दिन में फरीदाबाद में हुए खुलासे के कुछ घंटे बाद, शाम 6:55 बजे पुरानी दिल्ली के लाल क़िला मेट्रो स्टेशन (गेट नं. 1) के पास खड़ी एक कार में ज़ोरदार धमाका हुआ। 3–4 गाड़ियाँ जलकर राख हो गईं और कई दुकानों के शीशे टूट गए।
दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल, एनआईए और एनएसजी ने तुरंत मौके पर पहुँचकर इलाके को सील कर दिया। 8 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है और 3–4 घायलों की हालत नाजुक बताई जा रही है।
प्रारंभिक फॉरेंसिक जांच में संकेत हैं कि इसमें हाई-इंटेंसिटी इंडस्ट्रियल-ग्रेड विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया।
जांच एजेंसियां दोनों घटनाओं के बीच लिंक खोज रही हैं — समान इलेक्ट्रॉनिक सर्किट और डेटोनेटर मिले
फॉरेंसिक टीमों ने बताया कि फरीदाबाद में बरामद कुछ सर्किट बोर्ड और टाइमर यूनिट की संरचना लाल क़िला विस्फोट स्थल पर मिले टुकड़ों से मिलती-जुलती है। इस कारण एनआईए दोनों घटनाओं को एक ही आपराधिक श्रृंखला का हिस्सा मानकर जांच कर रही है। अधिकारियों ने कहा कि फिलहाल आतंकी संगठन की सीधी संलिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता।




