भारतीय कामगार नितिन चंद्रन जिनकी मौत दुबई में हो गई थी उनकी पूरी कहानी जानकर आप काफी हैरत में पड़ जाएंगे. जिस रात भारतीय कामगार दुनिया छोड़ कर चला गया उसी उसी दिन अगले सुबह उनकी पत्नी बेटी को भारत में जन्म दिया.
भारतीय कामगारों के फंसे होने और भारत के लिए रिपेट्रिएशन फ्लाइट चलाने की मांग भारतीय कामगार और उनकी पत्नी ने मिलकर दुबई से इंडिया सुप्रीम कोर्ट में आवेदन देकर मामला उठाया था जिसके बाद रिपेट्रिएशन फ्लाइट चलनी शुरू हुई थी, यह उनके आवेदन का ही असर था जिसके लिए उन्हें मीडिया ने काफी सराहा था.
सबसे पहली रिपेट्रिएशन फ्लाइट में उन दोनों को जगह भी मिल गई, चुकी पत्नी गर्भवती थी इसलिए प्रमुखता की सूची में दूतावास ने उनका नाम रखा था लेकिन भारतीय कामगार ने अपना सीट इसलिए छोड़ दिया क्योंकि उन्होंने कहा कि “इस सीट पर मुझसे ज्यादा किसी और पीड़ित व्यक्ति का हक है और मेरी पत्नी जा रही है मेरे लिए वह काफी है और उसकी देखभाल करने के लिए मेरे घर पर लोग हैं.”
लेकिन किसे पता था कि नितिन चंद्र फिर कभी वापस भारत नहीं जा पाएंगे. उनकी मृत होने के बाद कुरौना के जांच हेतु उनके शव को दुबई पुलिस ने अपने पास रख लिया था और अब कोरोनावायरस की जांच निगेटिव आई है और उनके पार्थिव शरीर को देश वापस फ्लाइट से भेजा जा रहा है. GulfHindi.com