दिल्ली जहां भयंकर प्रदूषण का सामना कर रही है, वहीं अन्य उत्तर भारतीय राज्यों में घने कोहरे ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। 20 दिसंबर को, सीजन का सबसे ठंडा दिन रिकॉर्ड किया गया, जब अधिकतम तापमान 16.9 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। जम्मू-कश्मीर में मौसम ने अपनी पहली बर्फबारी का स्वागत किया है, जिसके चलते उत्तर प्रदेश में ठंड का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। कई स्थानों का तापमान 7 डिग्री सेल्सियस तक घट गया है।
IMD द्वारा 16 राज्यों के लिए जारी किया गया शीत लहर का अलर्ट
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने हाल ही में 16 राज्यों में घनी धुंध और भयंकर शीतलहर के लिए अलर्ट जारी किया है। अमेरिका की स्पेस एजेंसी नासा ने ला नीना के सक्रिय होने की पुष्टि की है। इस बार उत्तर भारत में ठंड सामान्य से अधिक रहने की संभावना जताई जा रही है। जम्मू-कश्मीर में चिल्ला-ए-कलां का दौर शुरू हो चुका है, जो 29 जनवरी तक चलेगा, इस अवधि में बर्फबारी के चलते ठंड और बढ़ने की आसार हैं।
दिल्ली का प्रदूषण और मौसम का हाल
दिल्ली और नोएडा में प्रदूषण का स्तर बेहद चिंताजनक है। आज सुबह का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 400 से ऊपर रहा। आनंद विहार, चांदनी चौक, ITO चौक जैसे मुख्य स्थानों पर AQI 400 के पार पहुंच गया। मौसम के हालात बेहद खराब हैं, जहां स्मॉग और घने कोहरे ने राजधानी को निगल लिया है। IMD का पूर्वानुमान है कि अगले कुछ दिन दिल्ली का मौसम इसी तरह खराब बना रहेगा और आने वाले दिनों में कड़ाके की ठंड बढ़ने की संभावनाएं हैं।
जम्मू-कश्मीर में बर्फबारी का स्वागत
जम्मू-कश्मीर में सीजन की पहली बर्फबारी हुई है, जबकि चिल्ला-ए-कलां का भी आगाज हुआ है। इस बर्फबारी के कारण मैदानी इलाकों में ठंड और अधिक बढ़ने की संभावना है। भारी बर्फबारी ने बांदीपोरा-गुरेज नेशनल हाईवे को बाधित कर दिया है, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मौसम में यह बदलाव गलन वाली ठंड की चेतावनी दे रहा है, जो आने वाले दिनों में प्रभावित करने वाले हैं।
अगले तीन दिनों में बारिश और बर्फबारी की संभावना
IMD के अनुसार, मध्य ईरान में एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है, जिसके चलते अगले 3 दिन जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बारिश और बर्फबारी की संभावना है। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भी यही मौसमी गतिविधियाँ देखने को मिल सकती हैं। इन चारों राज्यों में होने वाली बारिश और बर्फबारी का असर मैदानी क्षेत्रों में कोहरे और शीतलहर के रूप में देखा जा सकता है।





