आपको ये जानकर हैरानी होगी कि अब एनआरआई (NRI) छात्र भारत में एमबीबीएस (MBBS) की पढ़ाई उस कीमत से भी कम में कर सकते हैं जितना दुबई से लंदन की एक तरफ़ा फ्लाइट टिकट का किराया होता है।
18,000 रुपये सालाना फीस में एमबीबीएस
यूनीक वर्ल्ड एजुकेशन के मार्केटिंग और ऑपरेशंस हेड असनुल अमीन ने बताया, “भारत में एनआरआई छात्रों को सरकारी मेडिकल कॉलेज में सिर्फ़ 18,000 रुपये प्रति वर्ष की फीस पर दाख़िला मिल सकता है यानी 1,000 दिरहम (Dh) से भी कम। आपको बता दें कि दुबई में तो स्कूल की मासिक फीस ही इससे ज़्यादा होती है, लेकिन भारत में पूरी साल की मेडिकल पढ़ाई इससे सस्ती है।”
NEET परीक्षा ज़रूरी
दुबई में आयोजित गल्फ न्यूज़ एजुफेयर 2025 के दौरान उन्होंने बताया कि एमबीबीएस में दाख़िले के लिए छात्रों को NEET (नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट) देना ज़रूरी है। उन्होंने कहा, “अगर किसी छात्र को 720 में से लगभग 670 अंक मिलते हैं, तो सरकारी मेडिकल कॉलेज में लगभग निश्चित दाख़िला मिल जाता है वो भी 1,000 दिरहम से कम फीस में।”
सफल छात्रों की मिसालें
अमीन ने बताया कि उनके कोचिंग प्रोग्राम से कई छात्रों ने शानदार परिणाम हासिल किए हैं —
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फातिमथ हना (अबू धाबी) – 677 अंक
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कार्तिक एम.के. – 645 अंक
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आलिया रुमाना – 631 अंक
ये सभी छात्र आज भारत के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में पढ़ रहे हैं और हर साल लगभग ₹18,000 (Dh750) फीस दे रहे हैं।
यूएई में कोचिंग सेंटर
यूनीक वर्ल्ड एजुकेशन के दुबई (अल करामा और अल नहदा) और अबू धाबी (हामदान स्ट्रीट और मुसाफ़ा) में चार केंद्र हैं, जो पिछले छह साल से NEET और इंजीनियरिंग एंट्रेंस (JEE) की तैयारी करवाते हैं। अमीन ने बताया, “हम नियमित क्लासेस, साप्ताहिक टेस्ट और एक्सपर्ट फैकल्टी के साथ छात्रों को पूरी तैयारी कराते हैं। एजुफेयर के आगंतुकों के लिए हम एक हफ्ते की फ्री क्लास भी दे रहे हैं।”
उन्होंने यह भी बताया कि इंजीनियरिंग के इच्छुक छात्रों को JEE मेन और एडवांस्ड परीक्षा पास करनी होती है, जबकि DASA (Direct Admission of Students Abroad) योजना के तहत एनआरआई छात्र भारत के शीर्ष इंजीनियरिंग कॉलेजों में भी दाख़िला ले सकते हैं।




