ओमान सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए देश में पहली बार पर्सनल इनकम टैक्स लगाने का एलान किया है। यह टैक्स 1 जनवरी 2028 से लागू होगा।
खास बात यह है कि यह टैक्स सिर्फ उन्हीं लोगों पर लगेगा जिनकी सालाना आय 42,000 OMR से ज़्यादा है। ज़्यादातर एक्सपैट्स पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा।
सरकार का कहना है कि इससे देश की अर्थव्यवस्था को मज़बूती मिलेगी और तेल पर निर्भरता कम होगी।
कौन लोग टैक्स देंगे? – एक्सपैट्स के लिए साफ जवाब
1. ज्यादातर एक्सपैट्स पर टैक्स नहीं लगेगा
ओमान में रहने वाले 99% लोग (खासकर भारतीय, पाकिस्तानी, बांग्लादेशी, फिलीपीनो आदि) की महीने की सैलरी इतनी नहीं होती कि उन्हें यह टैक्स देना पड़े।
2. सिर्फ हाई-सैलरी वालों पर टैक्स लगेगा
अगर आपकी सालाना सैलरी 42,000 OMR (करीब ₹91 लाख) से ज़्यादा है,
तभी आपको टैक्स देना होगा।
3. ओमान में 183 दिन रहने वाले सभी एक्सपैट्स टैक्स रेजिडेंट माने जाएंगे
और अगर उनकी कमाई इस सीमा से ऊपर है, तब टैक्स लगेगा।

कितना टैक्स लगेगा? – सीधा और आसान हिसाब
टैक्स की दर: 5% (फ्लैट)
मतलब, 42,000 OMR तक कोई टैक्स नहीं।
इससे ऊपर जितनी कमाई होगी, उसका 5% टैक्स देना होगा।
उदाहरण:
-
अगर सालाना आय 50,000 OMR है
→ टैक्स 8,000 OMR पर लगेगा
→ 8,000 × 5% = 400 OMR
कौन-कौन सी आय पर टैक्स लगेगा?
-
सैलरी
-
बोनस
-
फ्रीलांस/पार्ट-टाइम इनकम
-
किराये की आमदनी
-
बिज़नेस से कमाई
-
स्टॉक मार्केट से इनकम
इन चीज़ों पर बिल्कुल भी टैक्स नहीं लगेगा
सरकार ने एक्सपैट्स को राहत देते हुए कुछ चीज़ें टैक्स-फ्री रखी हैं—
1. ग्रेच्युटी / एंड-ऑफ-सर्विस पैसा – 100% टैक्स फ्री
एक्सपैट्स के लिए यह सबसे बड़ी राहत है।
2. विदेश में कमाई गई सैलरी (कुछ शर्तों पर) टैक्स फ्री
3. घर बेचने पर गेन (मुख्य निवास पर)
4. इनहेरिटेंस / विरासत – कोई टैक्स नहीं
कौन-कौन से खर्च टैक्स से घटाए जा सकते हैं? (डिडक्शन)
-
बच्चों की स्कूल फीस
-
मेडिकल खर्च
-
हाउस रेंट
-
पेंशन फंड में योगदान
-
जकात या चैरिटी दान
-
अन्य परिवार से जुड़े खर्च
इन खर्चों को घटाने के बाद बची हुई आय पर टैक्स लगेगा।
इससे टैक्स काफी कम हो जाएगा।
टैक्स कैसे भरना होगा?
-
हर व्यक्ति को 31 मार्च तक ऑनलाइन टैक्स रिटर्न दाखिल करना होगा।
-
एम्प्लॉयर सैलरी से टैक्स काट कर जमा करेगा (अगर आय टैक्स दायरे में आती है)।
-
ओमान टैक्स अथॉरिटी की वेबसाइट पर पूरा सिस्टम डिजिटल होगा।
एक्सपैट्स के लिए इसका क्या मतलब है? – सबसे आसान भाषा में समझिए
1. 99% एक्सपैट्स को कोई टैक्स नहीं देना होगा
क्योंकि उनकी सैलरी 42,000 OMR से कम होती है।
2. हाई-इनकम इंजीनियर, डॉक्टर, मैनेजर और डायरेक्टर प्रभावित होंगे
लेकिन उनके लिए भी टैक्स सिर्फ 5% है और डिडक्शन बहुत ज़्यादा हैं।
3. ग्रेच्युटी और एंड-ऑफ-सर्विस पर कोई टैक्स नहीं
यह सबसे बड़ी राहत है।
4. यह टैक्स ओमान की अर्थव्यवस्था को मज़बूत बनाएगा
और देश में रहने वालों के लिए लंबे समय में बेहतर सुविधाएं बनेगीं।




