पटना पटना सिटी इलाके की 18 साल की 12वीं की छात्रा कॉलेज जाने के बहाने भागकर पंजाब चली गई और वहां अपने प्रेमी गुरु प्रताप सिंह के साथ लिव इन रिलेशन में रहने लगी। वह 31 जुलाई को पटना जंक्शन पहुंची और नकाब लगाकर ट्रेन से दिलदारनगर गई। फिर वहां से ट्रेन पकड़कर लुधियाना चली गई। लुधियाना में वह होटल में एक दिन प्रेमी के साथ रही।
इस बीच परिवार वालों ने उसकी खोजबीन शुरू कर दी। उसका मोबाइल बंद हो गया। जब मोबाइल खुला तो परिवार वालों ने उससे बातचीत की। उसने कहा-मुझे 5-6 लड़कियों के साथ अपहर्ताओं ने बंधक बना लिया है। ये लोग मेरी किडनी बेच देंगे। वह रो रही थी। उसने परिवार को यह नहीं बताया कि वह कहां है? इसका ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पटना पुलिस हरकत में आ गई। उसके सोशल मीडिया अकाउंट की जांच शुरू की।
सीसीटीवी फुटेज खंगालना शुरू किया। तब पता चला कि वह गुरु प्रताप के साथ पंजाब में है। पटना पुलिस की एक टीम वहां गई तो पता चला कि उस छात्रा ने चंडीगढ़ हाईकोर्ट में याचिका दायर कर आरोप लगाया है कि उसे मां-बाप से खतरा है | लुधियाना के बाद वह उसके साथ संगरूर चली गई।
पुलिस उसे लेकर पंजाब के मुनक कोर्ट में पहुंची और बयान दर्ज करा दिया। सिटी एसपी पूर्वी संदीप सिंह ने बताया कि छात्रा ने मुनक कोर्ट में 164 के तहत बयान दिया है कि उसका किसी ने अपहरण नहीं किया। अपनी मर्जी से गुरु प्रताप के साथ रहने के लिए आई हूं। छात्रा अभी पंजाब में ही है। उसका अपहरण नहीं हुआ था। जो ऑडियो वायरल हुआ था, उसमें सच्चाई नहीं थी।
छात्रा के पिता ऑटोचालक हैं। मां गृहिणी है। गुरु प्रताप छोटी-मोटी नौकरी करता है। वह संगरूर के खनौरी गांव का रहने वाला है। सिटी एसपी ने बताया कि छात्रा ने मुनक कोर्ट में दर्ज बयान में कहा है कि कि इंस्टाग्राम से गुरु प्रताप से परिचय हुआ। फिर वाट्सएप से चैटिंग होने लगी।
छात्रा ने उसके साथ लिव इन रिलेशन में रहने का फैसला लिया। छात्रा ने यह भी बयान दिया कि वह अपनी मर्जी से बिना किसी के दबाव में गई थी। पिता ने मेहंदीगंज थाने में जो केस दर्ज कराया है वह बेबुनियाद है। कोर्ट में उसने गुरु प्रताप के साथ रहने का बयान दिया है।