- एनपीसीआई ने पेटीएम को थर्ड पार्टी यूपीआई एप बनने की मंजूरी दे दी है।
- चार बैंक (एक्सिस, एचडीएफसी, एसबीआई और यस बैंक) पेटीएम के पीएसपी (पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर) होंगे।
- पेटीएम को 15 मार्च तक अपने पुराने हैंडल्स और अन्य सेवाओं को नए पीएसपी बैंकों में माइग्रेट करना होगा।
- आरबीआई ने 31 जनवरी को पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड की बैंकिंग सेवाओं को बंद करने का आदेश दिया था।
पूरी जानकारी:
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) ने पेटीएम की पैरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशन्स लिमिटेड (ओसीएल) को थर्ड पार्टी एप्लीकेशन प्रोवाइडर (टीपीएपी) के रूप में यूपीआई सेवा प्रदान करने के लिए मल्टी बैंक मॉडल के तहत मंजूरी दे दी है। इसका मतलब है कि पेटीएम अब थर्ड पार्टी यूपीआई एप बन गया है और यह यूपीआई सेवाएं प्रदान करने के लिए चार बैंकों – एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और यस बैंक – के साथ काम करेगा।
एनपीसीआई ने पेटीएम को 15 मार्च तक अपने पुराने हैंडल्स और अन्य सेवाओं को आवश्यकतानुसार नए पीएसपी बैंकों में माइग्रेट करने की सलाह दी है।
यह निर्णय पेटीएम यूपीआई सेवा को जारी रखने के लिए लिया गया है, क्योंकि पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड की बैंकिंग सेवाएं 15 मार्च के बाद बंद हो जाएंगी। चारों बैंक पेटीएम यूपीआई सेवा के लिए भुगतान सेवा प्रदाता (पीएसपी) के रूप में काम करेंगे।
आरबीआई द्वारा पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड पर कार्रवाई:
आरबीआई ने 31 जनवरी को पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड पर बड़ी कार्रवाई करते हुए 29 फरवरी तक बैंकिंग सेवाओं को बंद करने का आदेश दिया था। बाद में इस मोहलत को बढ़ाकर 15 मार्च कर दिया गया। आरबीआई के अनुसार, 15 मार्च से पेटीएम बैंकिंग सेवाएं, जिसमें ग्राहक खाते, प्रीपेड, वॉलेट, फास्टैग और क्रेडिट लेनदेन शामिल हैं, बंद हो जाएंगी।
हालांकि, ग्राहकों के वॉलेट में मौजूद बैलेंस को खत्म होने तक इस्तेमाल किया जा सकेगा। इसके लिए कोई तय सीमा नहीं है।