प्रधानमंत्री मोदी ने सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से मंगलवार को फोन पर बात की। दोनों नेताओं के बीच कोरोनावायरस पर वैश्विक स्थिति के बारे में चर्चा हुई। विदेश मंत्रालय के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी ने संक्रमण से दुनियाभर में पैदा हुई स्वास्थ्य संबंधी एवं आर्थिक चुनौतियों से एक साथ मिलकर निपटने पर जोर दिया। उन्होंने सऊदी प्रिंस से हाल ही में सार्क देशों के साथ कोरोनावायरस पर की गई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का जिक्र किया। इसके बाद दोनों के बीच ऐसा ही कॉन्फ्रेंस जी-20 देशों के साथ करने पर सहमति बनी।
क्राउन प्रिंस ने सऊदी अरब की अध्यक्षता में यह वीडियो कॉन्फ्रेंस करने पर सहमति दी है। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि यह कॉन्फ्रेंस न सिर्फ कोरोनावायरस की चुनौतियों से निपटने में मददगार होगा बल्कि इससे दुनियाभर के लोगों में विश्वास बढ़ेगा। दोनों नेताओं ने फैसला किया है कि इस मुद्दे पर उनके अधिकारी संपर्क में रहेंगे।
मोदी ने सार्क देशों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की थी
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी की पहल पर रविवार को 7 देशों के राष्ट्र प्रमुख वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में शामिल हुए थे। मोदी ने इसमें कहा था कि डब्ल्यूएचओ ने कोरोना को महामारी घोषित किया है। लेकिन घबराना नहीं और हमेशा तैयार रहना संक्रमण से लड़ने के लिए भारत का मूलमंत्र रहा है। उन्होंने कोरोना संकट से निपटने के लिए सार्क देशों के सामने 10 मिलियन डॉलर (74 करोड़ रुपए) का इमरजेंसी फंड बनाने का प्रस्ताव रखा था। इसमें सार्क देश अपनी इच्छा से अनुदान दे सकते हैं। साथ ही मोदी ने बताया कि भारत ने आपदा पीड़ितों की निगरानी के लिए एक पोर्टल तैयार किया है। इसे सार्क के सभी सदस्य देशों के साथ साझा किया जाएगा।
कोरोनावायरस को लेकर सऊदी गंभीर
मध्य-पूर्व के कई देशों में कोरोनावायरस संक्रमण का मामले सामने आने के बाद सऊदी ने इसे नियंत्रित करने के लिए कई कदम उठाए हैं। इसने लोगों के मुस्लिमों के पवित्र धर्म स्थल मक्का और मदीना आने पर रोक लगा दी है। सऊदी ने सभी देशों के एंट्री वीजा को निलंबित करने का फैसला किया है। इसने अपने नागरिकों से संक्रमण प्रभावित देशों की यात्रा करने बचने की हिदायत दी है। सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि हम कोरोनावायरस को रोकने के लिए दुनिया के साथ हैं।
भारतीय कामगारों के हितों पर दिया स्पस्ट जवाब:
प्रधानमंत्री ने भारतीय कामगार की तो कहीं पर भी सवाल उठाया क्योंकि भारतीय सऊदी अरब में काफी बड़ी संख्या में हैं, अतः प्रधानमंत्री मोदी ने सवाल का उत्तर मांगते हुए भारतीय कामगारों की हितैषी भी पूछी. इस बार सऊदी क्रॉउन प्रिंस ने कहा कि सऊदी अरब हर एक ऐतिहासिक कदम उठा रहा है जिससे मानव जाति हाय संकट को टाला जा सके और इसमें भारतीय कामगारों के साथ सारे प्रवासियों को भी सभी बेहतरीन चिकित्सक सुविधाएं उपलब्ध रहने का वादा किया.GulfHindi.com
Suzlon को छोड़ इस सरकारी एनर्जी स्टॉक ने भरा उड़ान. 6 प्रतिशत उछला भाव. मिला 200 रुपये का टारगेट.
एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (NGEL) के शेयरों ने शुक्रवार को धांसू प्रदर्शन किया। बीएसई इंडेक्स पर शेयर 3.17% चढ़कर ₹130.05 पर बंद हुए। दिन के दौरान यह...
Read moreDetails