PPF vs ELSS: PPF (Public Provident Fund) लंबे समय इन्वेस्टमेंट में अच्छे पैसे बनाने के लिए सबसे सुरक्षित विकल्प में से एक हैं. यह सरकार के द्वारा सुरक्षित सेविंग प्लान में से एक है और साथ ही साथ इस पर Tax की भी छूट होती है. मौजूदा समय की बात करें तो इस पर 7.1% का ब्याज मुहैया कराया जा रहा है. लेकिन इसके साथ ही और भी कई विकल्प है जो इसी काम के लिए ELSS 11.25% तक का ब्याज मुहैया कराते हैं.
PPF की खास बातें.
पब्लिक प्रोविडेंट फंड में इन्वेस्टमेंट के लिए न्यूनतम ₹500 की जरूरत होती है और 1 साल में आप अधिकतम ₹150000 इन्वेस्ट कर सकते हैं. PPF का ब्याज दर गारंटीड होता है. लेकिन आपको ध्यान रखना होगा कि इस पर 15 साल का कम से कम लॉक इन पीरियड भी होता है जिस समय के भीतर आप अपने पैसे नहीं निकाल सकते हैं. और साथ ही साथ इसमें किसी प्रकार का TAX नहीं लगाया जाता है. इसमें किया हुआ इन्वेस्टमेंट इनकम टैक्स भरते समय छूट के दायरे में आता है और अधिकतम डेढ़ लाख रुपए का छूट आप अपना इनकम टैक्स रिटर्न भरते वक्त ले सकते हैं. मौजूदा ब्याज दर 7.1% है.
- न्यूनतम इन्वेस्टमेंट ₹500
- अधिकतम इन्वेस्टमेंट प्रतिवर्ष ₹150000
- रिटर्न गारंटीड होता है
- लॉक इन पीरियड 15 साल
- Zero Tax
- ITR Exemptions के दायरे में आता है इन्वेस्टमेंट
- मौजूदा ब्याज दर 7.1% है.
ELSS हैं तगड़ा विकल्प.
ELSS (equity-linked savings scheme) एक प्रकार का म्युचुअल फंड है जो टैक्स डिडक्शन के दायरे में आता है और Income Tax 80C के दायरे के तहत आप 150000 रुपये का Tax Exemption आप ले सकते हैं. इसमें आपको 3 साल का लॉकिंग पीरियड रहता है. इसमें इन्वेस्टमेंट करने के लिए आपको कोई अप्पर लिमिट नहीं होता है आप जितना चाहे उतने पैसे डाल सकते हैं. सामान्य तौर पर इसका ब्याज दर 10% से लेकर 12% के बीच होता है.
- यह एक प्रकार का म्युचुअल फंड है.
- आप ₹150000 तक का Tax Exemption ले सकते हैं.
- मात्र 3 साल का लॉक इन पीरियड रहता है.
- इन्वेस्टमेंट का कोई अप्पर लिमिट नहीं है.
- अमूमन ब्याज दर 10% से 12% के बीच होता है.
अगर आप चलाना केवल ₹150000 अपने Tax सेविंग के लिए डालते हैं तो ऐसी स्थिति में 20 साल में आपको पीपीएफ जहां 66.5 लाख रुपए देगा वही ELSS 1.12 करोड़ रुपए देगा.
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