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रात तक 250 की मौ'त तो रात 1 बजे से EMERGENCY घोषित, ऐलान होते ही पूरी दुनिया में अलार्म


 
सीरिया, लीबिया, सूडान जैसे देशों से लोग पलायन कर विभिन्न देशों में शरण लेने को मजबूर हैं। हालात ये हो गए हैं कि जिन देशों में ये पहुंच रहे हैं, वहां इन्हें संभालना मुश्किल हो रहा है। इसका सबसे ज्यादा शिकार यूरोप हो रहा है। ऐसे में ग्रीस और यूरोपीय संघ ने शरणार्थियों की भीड़ को कम करने के लिए घर वापसी की एक योजना लॉन्च की है।

इसके तहत स्वेच्छा से घर यानी अपने वतन लौटने वाले प्रवासियों को 7,000 यूरो यानी करीब 6-6 लाख रुपए दिए जाएंगे। इनमें से 5,000 यूरो ग्रीस देगा, जबकि 2,000 यूरो की मदद ईयू करेगा। इस योजना की घोषणा ईयू के गृह मामलों के आयुक्त येल्वा जोहानसन ने एथेंस में की। इसके मुताबिक यह स्कीम सिर्फ एक महीने के लिए लागू की गई है और सिर्फ उन्हीं प्रवासियों पर लागू होगी, जो एक जनवरी 2020 से पहले ग्रीस या यूरोप में पहुंच चुके हैं। इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन फॉर माइग्रेंट्स और फ्रंटेक्स जैसे संगठन ग्रीस की मदद करेंगे।

1,600 लावारिस बच्चों का पालन-पोषण करेंगे ईयू के सदस्य देश: ग्रीस में 87 हजार लोग शरण चाहते हैं, इनमें 14,000 से ज्यादा बच्चे हैं। इनमें करीब 1,600 ऐसे हैं जिनके माता-पिता या परिवार के बारे में कुछ पता नहीं चल सका है। इनका पालन-पोषण करेंगे।

ग्रीस में शरणार्थियों या प्रवासियों की भीड़ का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अलग-अलग जगह पर बने कैंपों में क्षमता से 7-8 गुना लोगों को रहना पड़ रहा है। ज्यादातर कैंपों की क्षमता 6,000 लोगों की है, लेकिन वहां 42 हजार से भी ज्यादा लोग हैं। ग्रीस में करीब 87,000 लोगों ने शरण के आवेदन दे रखे हैं।

अरब से आख़िरी FLIGHT आज रात 12 बजे तक, फिर अगले 14 दिन के लिए सारे FLIGHT बंद


6,000 लोगों की क्षमता वाले कैंपों में 42,000 से ज्यादा शरणार्थीGulfHindi.com

बिहार से हूँ। बिहार होने पर गर्व हैं। फर्जी ख़बरों की क्लास लगाता हूँ। प्रवासियों को दोस्त हूँ। भारत मेरा सबकुछ हैं। Instagram पर @nyabihar तथा lov@gulfhindi.com पर संपर्क कर सकते हैं।

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